Madhya Pradesh: बालिकाओं के गुम होने, अपहरण के कारणों का होगा अध्ययन
मध्य प्रदेश में महिलाओं और बालिकाओं के गुम होने की बढ़ती घटनाओं को लेकर राज्य सरकार ने चिंता जताई है. इसके मद्देनजर अब इस बात का अध्ययन किया जाएगा कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है.
भोपाल, 12 मार्च : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में महिलाओं और बालिकाओं के गुम होने (Missing girls) की बढ़ती घटनाओं को लेकर राज्य सरकार (state government) ने चिंता जताई है. इसके मद्देनजर अब इस बात का अध्ययन किया जाएगा कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है. इसके लिए पुलिस की महिला अपराध शाखा और स्कूल ऑफ अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के बीच गुरुवार को करार हुआ है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कॉन्फ्रेंस में गुम तथा अपहृत बालिकाओं के प्रकरणों पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके कारणों, पुलिस की कार्रवाई एवं बच्चियों के पुनर्वास के लिये विस्तृत अध्ययन कर इनकी रोकथाम के लिये सुझाव और नीतिगत अनुशंसाएं प्रस्तावित करने के निर्देश दिये थे.
गृह विभाग द्वारा इस अध्ययन के लिये अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान को चिन्हित किया गया है. एमओयू के अनुसार, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा महिलाओं एवं बच्चियों के गुम, अपहरण के कारणों के साथ बालिकाओं के सामाजिक एवं आर्थिक परिवेश का अध्ययन किया जाएगा. यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: इंदौर में मास्क न लगाने पर एक हजार लोगों पर कार्रवाई
इस अध्ययन के आधार पर इन अपराधों की रोकथाम के लिये सुझाव, मौजूदा कानून व्यवस्था में संशोधन, संबंधित विभागों की सहभागिता से जुड़े पहलुओं और पुलिस प्रक्रिया में सकारात्मक सुझाव प्रस्तावित किये जायेंगे. संस्थान द्वारा अपनी प्रथम रिपोर्ट चार माह में प्रस्तुत की जायेगी. प्रदेश में जनवरी में 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत 2,444 बालिकाएं एवं फरवरी में 885 बालिकाएं प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर से खोजी गइर्ं.