मध्य प्रदेश: उज्जैन के महाकाल मंदिर का होगा कायाकल्प, सौंदर्यीकरण पर कमलनाथ सरकार खर्च करेगी 300 करोड़ रुपए

मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर में आनेवाले श्रद्धालुओं की सुविधा और मंदिर की सुंदरता को बढ़ाने का बीड़ा उठाते हुए मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने 300 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है. जी हां, कमलनाथ सरकार अब विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर का सौंदर्यीकरण करने जा रही है.

उज्जैन महाकाल मंदिर (Photo Credits: Indore Meri Jaan, 12 Jyotirling of Lord Shiva/ Facebook)

Ujjain Mahakal Temple: भगवान शिव (Lord Shiva) के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) का जल्द ही कायकल्प होने वाला है. महाकाल मंदिर में आनेवाले श्रद्धालुओं की सुविधा (Development) और मंदिर की सुंदरता को बढ़ाने (Beautification) का बीड़ा उठाते हुए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) ने 300 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है. जी हां, कमलनाथ सरकार अब विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर का सौंदर्यीकरण करने जा रही है. कहा जा रहा है कि ट्रस्ट को मजबूत करने के लिए सरकार मंदिर के मौजूदा एक्ट में 16 संशोधन करेगी. शनिवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रालय में हुई एक अहम बैठक के बाद यह घोषणा की है.

सीएम कमलनाथ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं में सुधार और सुविधाओं में विस्तार को लेकर चर्चा की गई. इस दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा कि भगवान महाकाल के कारण दुनिया भर में मध्य प्रदेश की पहचान है. करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के इस केंद्र का सुनियोजित तरीके से विकास और सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए. बता दें कि इसके लिए मंत्रियों की एक त्रिस्तरीय सदस्य समिति का गठन किया जाएगा और महाकाल मंदिर के अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव भी कैबिनेट में लाया जाएगा. यह भी पढ़ें: प्रियंका गांधी ने महाकालेश्वर मंदिर में की पूजा-अर्चना, कमलनाथ भी रहे मौजूद, देखें वीडियो

बताया जा रहा है कि मंदिर के कायाकल्प और उसकी सुंदरता को बढ़ाने का काम पांच चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में मंदिर के प्रवेश मार्ग, महाकाल थीम पार्क, वर्केज लॉन पार्किंग बनाए जाएंगे. वहीं दूसरे चरण में महाराज बाड़ा, कुंभ संग्रहालय, धर्मशाला, रुद्रसागर झील का पुनर्जीवन, हरि फाटक पुल का काम किया जाएगा. तीसरे चरण में मंदिर के शहनाई गेट से सड़क तक पुलिस चौकी और सत्कार कार्यालय बनेंगे, जबकि चौथे चरण में श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधा मुहैया कराने के लिए फैसिलिटी-2 का निर्माण किया जाना है और आखिर में पांचवे चरण के दौरान देवास धर्मशाला के सामने नया आगमन और निकास मार्ग बनाया जाएगा. यह भी पढ़ें: उज्जैन: महाकाल मंदिर में पुजारी के प्रवेश पर रोक, नाबालिग से अश्लील हरकत करने का लगा आरोप

गौरतलब है कि पांच अगस्त को नाग पंचमी के दिन तीन लाख श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर पहुंची थी, जिसके कारण अव्यवस्था पैदा हो गई थी. भविष्य में इस तरह की समस्याएं न आएं इसके लिए कमलनाथ सरकार 300 करोड़ रुपए की लागत से मंदिर का कायाकल्प करने की तैयारी में है. हालांकि सीएम कमलनाथ ने इस बात पर खास तौर पर जोर दिया है कि विस्तार और व्यवस्था में सुधार के दौरान महाकाल मंदिर के मूल ढांचे से किसी तरह की छेड़छाड़ न हो.

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