मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर शहर (Gwalior) से एक अजीबोगरीब खबर सामने आ रही है. जी हां शहर में स्थानीय लोगों से पैसा वसूलने के लिए चार उचक्के बाजों ने पुलिस अधिकारी बनकर एक नया फर्जी पुलिस स्टेशन बना दिया था. वहीं इस मामले में जब एसपी क्राइम पंकज पांडे से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हमें अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि, उन्हें किसी अन्य उद्देश्य के लिए पुलिस द्वारा नियुक्त किया गया था या फर्जी तरीके से यह पुलिस स्टेशन चल रहा था. फिलहाल पूरे मामले की जांच पड़ताल चल रही है.'
इस घटना का भंडाफोड़ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के निरीक्षण में हुआ. व्यापम के मुखबिर आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि साल 2017 में ग्वालियर में आयोजित मेला ग्राउंड की व्यवस्था देख रहे एक अधिकारी को चार लोगों ने पुलिस की वर्दी में सैल्यूट किया. अधिकारी को उनके सैल्यूट के तरीके से संदेह उत्पन्न हुआ जिसके बाद उन्होंने उन लोगों से उनका परिचय पूछा. जवाब में आरोपियों ने खुद को पेंटर और सब्जीवाला बताया. जिसके बाद एसपी नवनीत भसीन ने इस मामले की जांच के आदेश दिए. यह भी पढ़ें- शर्मनाक! मध्य प्रदेश के भोपाल रेलवे स्टेशन पर महिला के साथ गैंगरेप, पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया
Madhya Pradesh: Four men allegedly posing as police officers created a fake police station to extort money from locals in Gwalior. Pankaj Pandey,ASP,Crime(in pic) says,"we are yet to find out if they were hired by police for some other purpose.Entire matter is being investigated" pic.twitter.com/CnqFFUe5J3
— ANI (@ANI) November 21, 2019
खबर के अनुसार इस घटना में सब्जीवाले और दैनिक मजदूर पुलिस की वर्दी में घूम रहे थे और ग्वालियर स्थित फोनी पुलिस थाने में बैठकर पुलिसकर्मी की तरह व्यवहार करते थे. इस गैंग ने न सिर्फ स्थानीय लोगों से पैसे वसूले बल्कि लोगों की शिकायतें भी दर्ज कीं. इस पूरे मामले की जांच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के निरीक्षण में किया गया. रिपोर्ट के पुष्टि होने तक मध्य प्रदेश पुलिस ने इसे पूरी तरह गुप्त रखा था.