Ganesh Chaturthi 2025: मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने गणेश चतुर्थी पर गाय के गोबर और मिट्टी से बनी इको-फ्रेंडली मूर्तियों के उपयोग का किया आग्रह
सीएम मोहन यादव (Photo Credits: File Image)

भोपाल, 21 अगस्त (एएनआई): मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने गुरुवार को लोगों से आगामी गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) उत्सव के दौरान पूजा के लिए गाय के गोबर (Cow Dung) और मिट्टी से बनी पर्यावरण-अनुकूल मूर्तियों (Eco-Friendly Idols) का उपयोग करने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री यादव ने यह भी बताया कि राज्य सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राज्य में पर्यावरण-अनुकूल मूर्तियों के उपयोग के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए एक अभियान चलाएगी.

एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में, मुख्यमंत्री यादव ने कहा- इस साल 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी के अवसर पर राज्य सरकार और बीजेपी पूजा में गोबर और मिट्टी से बनी पर्यावरण-अनुकूल मूर्तियों के उपयोग का अभियान चलाने जा रही है. आइए हम सब संकल्प लें कि त्योहारों पर हम केवल पर्यावरण-अनुकूल मूर्तियों की ही पूजा करेंगे. वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि उन्होंने इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए एक योजना बनाई है और पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ इस पर चर्चा भी की है. यह भी पढ़ें: Ganeshotsav 2025: बीएमसी ने मुंबई में नागरिकों से की इको-फ्रेंडली गणेशोत्सव मनाने की अपील, विसर्जन के लिए जारी किए दिशानिर्देश

इको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियों का उपयोग करने की अपील

सीएम ने कहा कि गणेश चतुर्थी 2025, 27 अगस्त को मनाई जाएगी और इस अवसर पर लोग हर घर में गहरे उत्साह और भक्ति के साथ गणेश पूजा करते हैं. पर्यावरण के अनुकूल मूर्तियों को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय जनता पार्टी और राज्य सरकार पूजा के लिए गाय के गोबर और मिट्टी से बनी गणेश मूर्तियों का उपयोग करने का अभियान चलाने जा रही है. आज हमने इसके लिए एक योजना बनाई है. बीजेपी के राज्य प्रमुख हेमंत खंडेलवाल और पार्टी के अन्य गणमान्य लोगों के साथ, हमने अपने पार्टी नेटवर्क के माध्यम से अपने संदेश को जमीनी स्तर तक पहुंचाने की कोशिश की.

उन्होंने वीडियो में आगे कहा- हालांकि हर कोई पूजा के लिए पर्यावरण-अनुकूल मूर्तियों का उपयोग करने और उन्हें बढ़ावा देने की कोशिश करता है, लेकिन राज्य सरकार ने इसे एक जन अभियान बनाने का फैसला किया है. इस वर्ष गणेश चतुर्थी 27 अगस्त से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी को समाप्त होगी. विनायक चतुर्थी या विनायक चविथी के नाम से भी जाना जाने वाला यह त्योहार भगवान गणेश की पूजा का प्रतीक है, जिन्हें नई शुरुआत का देवता और विघ्नहर्ता माना जाता है. देश-विदेश में भक्त सजे-धजे घरों और पंडालों, प्रार्थनाओं, संगीत और जीवंत जुलूसों के साथ उनकी बुद्धि और बुद्धिमत्ता का जश्न मनाते हैं.