भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Chief minister kamal-nath) ने रविवार को कहा कि वह छिन्दवाड़ा ( District chhindwara) जिले की सौंसर (sausar) विधानसभा सीट से विधानसभा उपचुनाव लड़ने को प्राथमिकता देंगे. इसके लिए वह सौंसर की जनता से बात करके अंतिम निर्णय लेंगे. मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने गृह नगर छिन्दवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने रोडशो एवं जनसभा को संबोधित करने के बाद यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैं सौंसर विधानसभा सीट का वोटर हूं. छिन्दवाड़ा जिले की सात सीटों में से इस सीट पर कांग्रेस सबसे ज्यादा मतों से जीती है. इसलिए मैं चुनाव लड़ने के लिए इसी सीट को प्राथमिकता दूंगा.’’उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए मैं सौंसर की जनता से बात करके निर्णय लूंगा.’’
नौ बार छिन्दवाड़ा सीट से सांसद रहे कमलनाथ ने 28 नवंबर को हुए विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था. नियम के अनुसार उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह माह के अंदर मध्यप्रदेश विधानसभा का सदस्य बनना जरुरी है. छिंदवाड़ा जिले में विधानसभा की सात सीटें हैं और इनमें से चार सीटें अमरवाड़ा :एसटी:, परासिया :एससी: , जुन्नारदेव :एसटी: और पांढुर्णा :एसटी: आरक्षित वर्ग के लिये हैं. जबकि कमलनाथ सामान्य वर्ग से ताल्लुक रखते हैं इसलिये वह जिले में तीन बची सामान्य सीटों छिंदवाड़ा, सौंसर और चौरई से ही उपचुनाव में प्रत्याशी बन सकते हैं. यह भी पढ़े: मध्य प्रदेश: सर्किट हाउस से पीएम मोदी की तस्वीर अपनी जगह से गायब, बीजेपी ने कमलनाथ सरकार को घेरा
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जनता घोषणाओं से थक चुकी है. इसलिये अब मैं कोई घोषणा नहीं करूंगा. होने वाले कार्यों की संपूर्ण जानकारी जिम्मेदार अधिकारी देंगे और कार्य के पूरा होने की समय-सीमा भी बतायेंगे.’’कमलनाथ ने कहा है कि किसानों, युवाओं और महिलाओं के हितों के संरक्षण और विकास के लिये मध्यप्रदेश सरकार सदैव तत्पर रहेगी.उनकी चुनौतियां अब हमारी होंगी. प्रदेश में कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जायेगा। युवाओं के लिये बेहतर रोजगार,महिलाओं की उन्नति और सुरक्षित वातावरण निर्माण के लिये राज्य सरकार वचनबद्ध है. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र अर्थव्यवस्था की बुनियाद है. यह भी पढ़े: मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विभागों का किया बंटवारा, जानिए किसको क्या मिला ?
किसानों को उनकी उपज की सही कीमत दिलाई जायेगी. जब किसान समृद्ध होगा, उसकी क्रय शक्ति बढ़ेगी, तभी गांव और शहर का व्यापार बढ़ सकेगा।कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों का कर्जा माफ कर उनके हित में बड़ा निर्णय लिया है. राज्य सरकार वचनपत्र के वायदे के मुताबिक ही किसानों को न्याय दिलाएगी. वचनपत्र को जमीनी हकीकत और आवश्यकता के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें हर वर्ग, हर व्यक्ति के चहुंमुखी विकास और उन्नति की बातों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के विकास में नौजवानों का बहुत बड़ा योगदान होगा। आज नौजवान इंटरनेट और नई तकनीकी विकास से लैस है। अब उनके हाथों को काम चाहिये, उन्हें व्यवसाय चाहिये. यह पढ़े: कांग्रेस पार्टी की तरह ही कमलनाथ के मंत्रिमंडल में भी दिखा परिवारवाद, नवनिर्वाचित 7 मंत्री किसी नेता के पुत्र, भाई और भतीजे
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के प्रति निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा, उद्योग-धन्धे आयेंगे तथा युवाओं के लिये नये-नये रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।उन्होंने कहा कि चुनौतियों को विकास, खुशहाली और उन्नति में बदलने के लिये प्रदेश सरकार सही सोच के साथ कार्य करेगी। उन्होंने छिंदवाड़ा की जनता के साथ प्रदेश के नागरिकों का आभार जताते हुए कहा कि 40 वर्ष पहले छिंदवाड़ा के लोगों के प्यार के साथ भरपूर विश्वास मिला था, जो आज तक कायम है.कमलनाथ ने कहा कि पिछले 40 वर्षों में छिंदवाड़ा विकास यात्रा में बहुत आगे निकल गया है. पहले छिंदवाड़ा में उद्योग नहीं थे, आज उद्योग-धन्धों की कमी नहीं हैं। युवाओं को रोजगार में स्थापित करने और उनके कौशल विकास के लिये प्रशिक्षण संस्थाओं की श्रृंखला है. ऐसी सुविधा पूरे विश्व में किसी एक जिले में नहीं है..