मध्य प्रदेश: कई जगह सीएए विरोधी प्रदर्शन, जबलपुर में पथराव

मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन का दौर जारी है. शुक्रवार को राजधानी और उज्जैन में लोगों ने जहां सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया, वहीं जबलपुर में पुलिस को आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े. यहां पथराव में कई लोगों के घायल होने की खबर है. राजधानी में कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवा बाधित की गई.

प्रतिकात्मक तस्वीर (फाइल फोटो )

मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन का दौर जारी है. शुक्रवार को राजधानी और उज्जैन में लोगों ने जहां सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया, वहीं जबलपुर में पुलिस को आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े. यहां पथराव में कई लोगों के घायल होने की खबर है. राजधानी में कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवा बाधित की गई. राज्य के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं भोपाल सहित राज्य के 44 जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. राजधानी में बीते तीन दिनों से अलग-अलग संगठनों के बैनर तले नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. शुक्रवार को भी इकबाल मैदान में बड़ी संख्या में लोग जमा होने वाले थे, मगर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मैदान की तरफ पहुंचने से रोक दियाा. सड़क पर बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने से आवागमन बाधित रहा. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. प्रदर्शन के दौरान राजधानी में कई स्थानों पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई.

जिलाधिकारी तरुण पिथोड़े ने संवाददाताओं से कहा, "जिले में निषेधाज्ञा लागू है और लोगों को विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं है. कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवा बंद की गई थी." जबलपुर में भी नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे. यहां मदार टेकरी इलाके में प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने-सामने हो गए. भीड़ ने पथराव किया, जिसमें पुलिस जवान सहित कई लोग घायल हुए हैं. वहीं पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े. राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने जबलपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, "सीएए और एनआरसी का पूरे देश में विरोध हो रहा है. जबलपुर शांति और सौहाद्र्र का प्रतीक है. हर नागरिक के साथ हम सब खड़े हैं. कमलनाथ सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी. फिर न्यायालय तो सबकी सुरक्षा के लिए है ही."

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भोपाल सहित राज्य के 44 जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. पुलिस बल की तैनाती की गई है. राज्य के प्रमुख शहरों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, नीमच, झाबुआ आदि स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. उज्जैन में भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे. उनके हाथ में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां थीं. इसी तरह शिवपुरी जिले में भी निषेधाज्ञा लागू है. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

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