लखनऊ: मनकामेश्वर मंदिर ने पेश की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल, मुस्लिमों को कराया गया इफ्तार
रोजा खोलने वालों में मुस्लिम रोजेदारों के साथ हिन्दू और सिख और इसाई समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए. बता दें कि हर धर्म के बीच मोहब्बत और अपना पन देखने को मिला.
लखनऊ: नवाबों के शहर लखनऊ के धार्मिक सौहार्द्र को बरकरार रखते हुए शहर के मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्यागिरि की ओर से रविवार को मुस्लिमो को इफ्तार कराया गया. इस दौरान कम से कम 500 लोगों को इफ्तार कराया गया. कार्यक्रम में शिया और सुन्नी दोनों के मौलवी एक ही समय पर मौजूद थे. रोजा खोलने वालों में मुस्लिम रोजेदारों के साथ हिन्दू और सिख और इसाई समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए. बता दें कि हर धर्म के बीच मोहब्बत और अपनापन देखने को मिला. यह पहला मौका था जब किसी मठ में रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया था. मंदिर में सुबह से ही इफ्तार के लिए बावर्ची तैयारी में जुट गए थे.
बता दें कि मनकामेश्वर मंदिर, डालीगंज पुल के करीब गोमती नदी के तट पर स्थित है. मंदिर की महंत दिव्य गिरि ने कहा कि रमजान एक पवित्र महीने है और हमें सभ धर्म के त्योहारों को मनाना चाहिए. रोजेदारों को इफ्तार करने से पुन्य मिलेगा और सभी को ऐसा करना चाहिए. इफ्तार के लिए आए मेहमानों के लिए मठ की ओर से खास पकवान तैयार किये गये थे जिसमें फल, वेज कटलेट्स, फिंगर चिप्स, ब्रेड पकौड़ा, मीठे खुरमे, फालसे का शर्बत व नींबू की शिकंजी शामिल थी.
कुछ दिनों पहले अयोध्या के एक मंदिर में भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था. खास बात यह थी कि जहां इस पार्टी का आयोजन किया गया था वह मंदिर राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद स्थल के पास था. इफ्तार के आयोजन में केवल आम लोगों को बुलाया गया. कोई राजनीतिक हस्ती या वीआईपी इसमें शामिल नहीं थे. इफ्तार के बाद मन्दिर में ही नमाज अदा की गई थी.