बिहार के पटना जिले में रहने वाली सिर से जुड़ी जुड़वा बहनों को अलग- अलग वोट करने का अधिकार मिला. दोनों का नाम सबाह और फराह है. ये दोनों बिहार के समनपुरा क्षेत्र में रहती हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में उनका एक ही वोटर आईडी था. इसलिए उनका एक ही वोट माना गया था. शनिवार 18 मई को पटना के जिलाधिकारी ने कहा कि दोनों बहनों की शारीरिक स्तिथि के चलते उन्हें उनके अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता. दोनों के सिर जुड़े हुए है लेकिन विचार अलग-अलग है, व्यक्ति अलग हैं. इसलिए सबाह और फराह को अलग-अलग वोटर आईडी जारी की गई. अब वो अलग-अलग वोट डालेंगी.
2015 के दोनों बहनों के विधानसभ चुनाव के वोट को एक क्यों माना गया इस बात के सवाल पर जिलाअधिकारी ने बताया कि क्योंकि वोट गोपनीय होता है. वोट के दौरान एक व्यक्ति के अलावा और कोई भी वहां मौजूद नहीं होता है इसलिए उनकी गिनती एक व्यक्ति के रूप में ही हुई थी. क्योंकि दोनों बहनें अपना सिर घुमाकर अलग-अलग दिशा में देख सकती है. इस बात को ध्यान में रखकर उन्हें अलग-अलग वोट करने का अधिकार दिया गया. इन जुड़वा बहनों की कहानी के बारे में चुनाव आयोग ने ट्विटर के जरिए साझा की है.
ये सच्ची कहानी है पटना के दीघा विधानसभा क्षेत्र की जुंडवा बहनों, सबा और फ़राह की, जिनके सिर जन्म से ही जुड़े थे।
आइए जानते हैं किस तरह उन्होंने अपने मतदान का फ़र्ज़ निभाया।#ChunaavKiKahaniya #IndiaElections2019 pic.twitter.com/6Nj1TSbDLu
— Election Commission #DeshKaMahatyohar (@ECISVEEP) May 13, 2019
यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम चरण का मतदान जारी
आपको बता दें कि अतीत में डॉक्टर्स ने दोनों बहनों के सिर को ऑपरेशन के जरिए अलग करने की बहुत कोशिश की. जांच के बाद डॉक्टर्स ने इसे जटिल बताया. ऑपरेशन से दोनों की जान जाने का खतरा बहुत ज्यादा था. जिसके बाद हाई कोर्ट ने दोनों बहनों को पांच हजार रूपये महिना देने का निर्देश दिया गया था. जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर 20 हजार रुपये कर दिया गया था.