पटना, 11 मार्च : उत्तर प्रदेश चुनाव समाप्त होने के बाद अब बिहार में उत्तर प्रदेश के रास्ते शराब तस्करी बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि होली पर्व के समीप होने तथा यूपी विधानसभा चुनाव के समाप्त होने के बाद शराब तस्कर शराब की तस्करी बढ़ाने का प्रयास करेंगे. हालांकि बिहार पुलिस और मद्य एवं निषेध विभाग इसे रोकने के लिए पूरी तरह तैयार है.
कहा जा रहा है कि यूपी चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमा पर पुलिस का पहरा कड़ा था. उत्तर प्रदेश में चुनाव के मद्देनजर पुलिस की चैकसी के कारण शराब तस्कर कोई भी रिस्क लेने से बच रहे थे. अब जब यूपी में चुनाव समाप्त हो गया है और अतिरिक्त बलों की वापसी के बाद शराब तस्करों के फिर से सक्रिय होने की उम्मीद जताई जा रही है.
दूसरी ओर होली पर्व को लेकर भी माना जाता है कि शराब की मांग बढ जाती है. इस कारण भी कहा जा रहा है कि तस्करों की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा बिहार में शराब की आपूर्ति की जा सके. सूत्रों का कहना है कि झारखंड और हरियाणा से भी होली के मद्देनजर तस्करों की सक्रियता बढ़ी बताई जा रही है. वैसे, पुलिस भी इस आशंका को लेकर सक्रिय है. मद्य निषेध विभाग के और पुलिस के अधिकारी बताते हैं कि होली को लेकर पुलिस की सक्रियता बढ़ाई गई है. बिहार पुलिस पांच मार्च से ही शराब के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. यह भी पढ़ें : उप्र चुनाव : ईवीएम पर दूरबीन से नजर रखने वाला सपा उम्मीदवार हारा
इधर, पटना में होली के मद्देनजर ड्रोन कैमरे से शराब माफियाओं, शराब बनाने और बेचने वालों के साथ शराब पीने वालों की निगरानी की जा रही है. इसके अलावा श्वान दस्ते के साथ भी छापेमारी की जा रही है. माना जा रहा है कि शराब माफिया ट्रेनों के जरिए भी शराब बिहार पहुंचा सकते हैं. ऐसे में ट्रेनों में भी विशेष तलाशी कर शराब धंधेबाजों को पकड़ने में जुटी हुई है.