मॉब लिंचिंग को लेकर मायावती का BJP पर तीखा हमला, कहा- इसे रोकने के लिए बने सख्त कानून
मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने को लेकर मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इस घटना को रोकने के लिए शख्त से शख्त कानून बनाना चाहिए
लखनऊ: देश में घटित होने वाली मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर बीएसपी प्रमुख मायावती ( Mayawati) का एक बयान आया है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर (BJP) निशाना साधते हुए कहा है कि इसके शिकार अब केवल दलित, आदिवासी व धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोग ही नहीं बल्कि सर्वसमाज के लोग तथा पुलिस भी बन रही हैं. इसलिए इस घटना को रोकने के लिए कोई शख्त कानून बनने चाहिए.
मायावती की तरफ से ट्वीट करके कहा गया है कि भीड़ हिंसा एक भयानक बीमारी है. जो बीजेपी सरकारों की कानून द्वारा कानून का राज स्थापित न होने देने की नीयत व नीति की देन है. इसे रोकने के लिए कानून बनाकर सख्ती से लागू करवाना होगा. क्योंकि इसके शिकार अब केवल दलित, आदिवासी व धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोग ही नहीं बल्कि सर्वसमाज के लोग तथा पुलिस भी बन रही हैं.
बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने दूसरे ट्विट लिखा ‘सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद केंद्र को गंभीर होकर मॉब लिंचिंग पर अलग से देशव्यापी कानून अबतक जरूर बना लेना चाहिए था लेकिन लोकपाल की तरह माब लिंचिग के मामले में भी केंद्र उदासीन है व कमजोर इच्छाशक्ति वाली सरकार साबित हो रही है. ऐसे मे यूपी विधि आयोग की पहल स्वागतोग्य है.
बता दें कि पिछले महीने झारखंड के धतकीडीह गांव में तबरेज अंसारी नाम के एक मुस्लिम युवक मॉब लिंचिंग हुआ था. युवक को लोगों ने चोरी के शक में उसे पकड़कर बुरी तरह से पीटा. उसे 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर किया. इसके बाद गंभीर रूप से घायल तबरेज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. जिसके बाद इस घटना को लेकर पूरे देश में निंदा हुई. इस घटना पर पीएम मोदी भी दुख जता चुके हैं.