मसूद अजहर को बचाने पर कुमार विश्वास बोले- आतंकिस्तान का 'फूफा' है चीन, सबक सिखाना जरुरी
पुलवामा हमले के गुनहगार मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के भारत के प्रयास में चीन ने अड़ंगा लगा दिया. इसके जवाब में भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग जोर-शोर से उठ रही है.
नई दिल्ली: पुलवामा हमले के गुनहगार मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के भारत के प्रयास में चीन ने अड़ंगा लगा दिया. इसके जवाब में भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार की मांग जोर-शोर से उठ रही है. इसी कड़ी में पर कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने जुबानी हमला बोलकर चीन को आतंकिस्तान का 'फूफा' बताया है.
जैश सरगना मसूद अजहर को एक बार फिर चीन द्वारा बचाए जाने पर कवि कुमार विश्वास ने ट्विट कर कटाक्ष किया है. कुमार ने कहा “समय आ गया है कि देश की सरकार,जनता और उद्योग समूहों को पाकिस्तान के साथ-साथ आतंकियों के इस फूफा “चीन” को भी सबक़ सिखाना होगा. देश को एक सुदीर्घ कार्यनीति योजनापूर्वक लागू करनी होगी ताकि एक तरफ़ तो देश के छोटे-मंझोले उद्योग आत्मनिर्भर हो सके और दूसरी और इस ड्रैगन को औक़ात पता चले.”
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कुमार विश्वास कई मौको पर देशहित से जुड़े मुद्दों पर अपना पक्ष रखते है. वह आम आम आदमी पार्टी (आप) के पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी (पीएसी) के मेंबर है. यह आप की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई है. हालांकि कुमार विश्वास और आप के बीच में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. इसलिए वह पीएसी के बैठक में नहीं बुलाये जाते.
गौरतलब हो कि पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा वैश्विक आतंकवादी के तौर पर चिह्नित किए जाने के प्रस्ताव का चीन ने विरोध किया और अपने वीटो पॉवर के जरिए मसूद अजहर को बचा लिया. 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जैश के फिदायीन ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें 44 जवानों की मौत हो गई थी. जिसके बाद अजहर को बैन करने के लिए फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका ने 27 फरवरी को प्रस्ताव रखा था.