मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जारी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा घटना में, शुक्रवार आधी रात को कुकी उग्रवादियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) पर हमला कर दिया, जिसमें दो जवान शहीद हो गए.
मणिपुर पुलिस के अनुसार, शुक्रवार देर रात से लेकर लगभग 2.15 बजे के बीच कुकी उग्रवादियों के हमले में CRPF के 128वीं बटालियन के दो जवानों ने अपनी जान गंवा दी. ये जवान मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के नारनसेना इलाके में तैनात थे.
तीन जिलों में गोलीबारी
इससे पहले, कांगपोकपी, उखरूल और इंफाल पूर्व के त्रिसंक्शन जिले में उपद्रवियों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी की थी. इस गोलीबारी में कुकी समुदाय के दो लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद, थौबल जिले के हीरोक और तेंगनोउपाल के बीच 2 दिनों तक चली गोलीबारी के बाद, इंफाल पूर्व जिले के मोइरांगपुरेल में फिर से हिंसा भड़क उठी. इसमें कांगपोकपी और इंफाल पूर्व दोनों के सशस्त्र उपद्रवी शामिल थे.
Two Central Reserve Police Force (CRPF) personnel lost their lives in an attack by Kuki militants starting from midnight till 2:15 am at Naransena area in Manipur. The personnel are from CRPF's 128 Battalion deployed at Naransena area in Bishnupur district in the state: Manipur…
— ANI (@ANI) April 27, 2024
पिछले साल से जारी है हिंसा
मणिपुर में पिछले साल 3 मई को मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (ST) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आयोजित 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के बाद जातीय हिंसा भड़क उठी थी. तब से अब तक 180 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत मैतेई हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नागा और कुकी सहित आदिवासी 40 प्रतिशत हैं और मुख्य रूप से पहाड़ी जिलों में रहते हैं.