कोलकाता पुलिस ने CBI के पूर्व अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव की पत्नी से कथित संबंधित कंपनी पर की छापेमारी
एम. नागेश्वर राव ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने एंजेलिना मर्केंटाइल प्राइवेट लिमिटेड के साथ किसी भी प्रकार का संबंध होने से इनकार किया है, जिस पर कोलकाता पुलिस ने छापेमारी की है.
कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने शुक्रवार को सीबीआई (CBI) के पूर्व अंतरिम निदेशक एम. नागेश्वर राव (M. Nageshwar Rao) की पत्नी से कथित रुप से जुड़े एक गैर बैंकिंग वित्त कंपनी की दो संपत्तियों पर छापेमारी की. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कोलकाता में बताया कि बहुबाजार थाने में दर्ज एक पुरानी शिकायत की कोलकाता पुलिस द्वारा जांच के तहत एंजिला मर्केंटाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो कार्यालयों पर छापा मारा गया. एक कार्यालय शहर में है और दूसरा समीप के साल्ट लेक (Salt Lake) में स्थित है. उन्होंने बताया कि 30 पुलिस अधिकारियों के एक दल ने इन दो कार्यालयों पर छापा मारा जो राव की पत्नी मन्नेम संध्या से कथित रुप से जुड़ा है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि कंपनी और संध्या के बीच कई लेन-देन हुए हैं. हम मामले की जांच कर रहे हैं.
इस बीच एम. नागेश्वर राव ने एक बयान में कहा कि मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ इस कंपनी के संबंध-- जैसा कि कुछ मीडिया संगठनों ने खबर दी है, से इनकार करता हूं. उन्होंने कहा कि कुछ टीवी चैनलों समेत कुछ मीडिया संगठनों द्वारा एक कंपनी, जिसपर कोलकाता पुलिस ने छापा मारा है, उसके साथ मेरे परिवार के सदस्यों का संबंध दर्शाते हुए दी गई खबरों के आलोक में मैं कहना चाहता हूं कि मैं इस मुद्दे पर 30 अक्टूबर, 2018 को हस्ताक्षरित एक प्रेस बयान के माध्यम से स्पष्टीकरण दे चुका हूं.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, मेरे परिवार और मेरी सभी संपत्ति का पूरा ब्योरा पहले ही सरकार को सौंपे गए मेरे वार्षिक संपत्ति रिटर्न में दे दिया गया है जो गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है. कोलकाता पुलिस के सूत्रों के अनुसार कंपनी के मालिक को शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. यह भी पढ़ें- ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना, कहा- चुनाव के वक्त वो 'चायवाला' बनते हैं, बाद में 'राफेलवाला'
गौरतलब है कि कि रविवार को ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने के लिए सीबीआई की टीम पहुंची थी, जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के अधिकारियों को ही हिरासत में ले लिया था. इस पूरे वाकये पर खूब सियासी हंगामा हुआ था. इस पूरे बवाल के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला था. वह मोदी सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गईं थीं.
भाषा इनपुट