Kolkata Doctor Rape Murder: कोलकाता लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में CBI की जांच जारी है और आए दिन जांच में नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर फैले दावों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि शव को ढकने के लिए इस्तेमाल की गई बेडशीट का रंग जांच के दौरान बदल दिया गया था. गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कोलकाता पुलिस की सेंट्रल डिवीजन की डिप्टी कमिश्नर, इंदिरा मुखर्जी ने इन दावों को "बिल्कुल निराधार" बताया.
उन्होंने कहा, "आज हमने देखा कि सोशल मीडिया और कुछ टीवी चैनलों पर कुछ वीडियो क्लिप वायरल हो रही हैं, जिनमें यह चर्चा हो रही है कि शायद उस पर्दे या बेडशीट जिसका उपयोग शव को ढकने के लिए किया गया था उसका रंग पहले और बाद में अलग था."
मुखर्जी ने स्पष्ट किया कि पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की थी और 12:25 बजे से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा, "फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कई चरणों में की गई थी, न केवल जब्त करने की प्रक्रिया के दौरान, बल्कि इनक्वेस्ट के समय और जब फोरेंसिक टीम वहां पहुंची, तब भी. हमारे पास जो भी रिकॉर्ड हैं, उससे मैं स्पष्ट रूप से कह सकती हूं कि शव को ढकने के लिए इस्तेमाल की गई बेडशीट का रंग नीला था."
बेडशीट किसने बदली?
इस विवाद की शुरुआत कुछ न्यूज़ चैनलों की रिपोर्ट से हुई, जिनमें दावा किया गया था कि शव को ढकने वाली बेडशीट का रंग रहस्यमय ढंग से बदल गया था. रिपोर्ट्स के अनुसार, जूनियर डॉक्टरों और मृतक के माता-पिता द्वारा बेडशीट के रंग के बारे में दिए गए बयानों में अंतर था. जूनियर डॉक्टरों ने कहा था कि शव को नीली चादर से ढका गया था, जबकि माता-पिता ने दावा किया कि जब उन्होंने अपनी बेटी का शव देखा, तो वह हरी चादर से ढका हुआ था.
इंदिरा मुखर्जी ने कहा, "हमारे फोटो और वीडियो रिकॉर्ड में हमें कहीं भी हरी चादर का कोई सबूत नहीं मिला है. बेडशीट हमेशा नीली ही थी." हालांकि, मुखर्जी ने इस बात की पुष्टि की कि पुलिस ने घटनास्थल से एक लाल रंग का कपड़ा भी जब्त किया था, जो मृतका का था और जिसे उसने सोने से पहले अपने ऊपर ओढ़ लिया था.
मृतका के पिता ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी के शव की स्थिति और चादर के रंग को बदल दिया गया था. बता दें कि लेडी डॉक्टर का शव आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को गंभीर चोटों के साथ पाया गया था, जहां वह अपनी नाइट शिफ्ट के दौरान आराम करने गई थीं. मामले की जांच पहले कोलकाता पुलिस ने की उसके बाद मामला सीबीआई को सौंप दिया गया.