कोच्ची: राजगिरी अस्पताल (Rajgiri Hospital) के डॉक्टरों ने बिना ओपन सर्जरी के सात साल के लड़के के फेफड़ों से एक पेन की नोक निकाली है. बच्चा लगभग एक महीने से खांसी और बेचैनी (uneasiness) से पीड़ित था और इडुक्की के एक स्थानीय क्लिनिक में उसका इलाज किया गया था. चूंकि बच्चे की लगातार जारी थी, इसलिए अडवांस इलाज के लिए राजगिरी अस्पताल में भेजा गया. जब विभाग के प्रमुख और पल्मोनोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. राजेश वी ने लड़के से बात की, तो उसने यह नहीं बताया कि उसने हाल ही में कुछ निगल लिया है. डॉ. राजेश ने कहा कि उन्हें लगा कि खांसी एक बाहरी ऑब्जेक्ट की उपस्थिति के कारण है. यह भी पढ़ें: World Malaria Day 2021: आज है विश्व मलेरिया दिवस! मलेरिया उन्मूलन मामलों में भारत नंबर वन! जानें WHO की रिपोर्ट! मलेरिया होने पर क्या करें?
एक्स-रे रिपोर्ट के बाद उनका शक यकीन में बदल गया. और सिटी स्कैन से कन्फर्म हो गया कि फेफड़े में कुछ फंसा है. स्कैन में मरीज के बाएं फेफड़े में मौजूद वस्तु की पहचान की गई.
इस प्रक्रिया का नेतृत्व डॉ. राजेश ने डॉ. अहमद कबीर, सलाहकार बाल रोग सर्जन के साथ 16 अप्रैल को किया था. टीम को डॉ. सचिन जॉर्ज और डॉ. शिल्पा जोस के एनेस्थिसियोलॉजी (Anesthesiology) के डॉक्टरों का समर्थन प्राप्त था.