तिरुवनंतपुरम: अगस्त में भारी बारिश और भीषण बाढ़ की तबाही के बाद केरल (Kerala) पर एक बार फिर से खतरा मंडरा रहा है. बता दें कि केरल में रविवार को भारी बारिश होने का अनुमान है. भारी बारिश के अनुमान के चलते राज्य के पांच जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है जबकि राज्य के 22 बांधों के गेट खोले जा चुके हैं. शनिवार 11 बजे इडुक्की बांध खोला जाना है. मौसम विभाग के अनुसार, निम्न दबाव का क्षेत्र मजबूत होकर तेज चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. इससे केरल के कई हिस्सों में मूसलाधार से भयंकर बारिश हो सकती है.
वही केरल के साथ पड़ोसी राज्य कर्नाटक (Karnataka) में भी भारी बारिश का अनुमान है. कर्नाटक में पहले ही बारिश हो रही है. राजधानी बेंगलुरू में हल्की-हल्की बारिश हो रही है. बता दें कि दक्षिणपूर्व अरब सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के चलते दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की संभावना है. यह भी पढ़े-तमिलनाडु में बारिश के बाद स्कूलों को बंद करने का आदेश, दक्षिण भारत में भारी बारिश और चक्रवाती तूफान का अलर्ट
बुलेटिन के अनुसार दक्षिणपूर्व अरब सागर और उसके आसपास लक्षद्वीप एवं मालदीव के क्षेत्र में फैला चक्रवात बृहस्पतिवार सुबह को मध्य क्षोभमंडल स्तर तक पहुंच गया और उसके प्रभाव में छह अक्टूबर तक दक्षिण पूर्व सागर में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है.
ज्ञात हो कि शनिवार से समुद्र में स्थिति बहुत खराब रहने की संभावना है ऐसे में मछुआरों को गहराई में नहीं जाने की सलाह दी गई है. केरल (Kerala) में अगस्त में दक्षिण पश्चिम मानसून ने कहर बरपाया था. यह 100 सालों में सबसे बुरी स्थिति थी. कई जिलों में वर्षा और बाढ़ से 493 लोगों की जान चली गई थी. यह भी पढ़े-केरल के बाद उत्तर भारत में भारी बारिश, नदियों का बढ़ा जलस्तर- जनजीवन प्रभावित
गौरतलब है कि केरल में अगस्त में दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने कहर बरपाया था. यह 100 सालों में सबसे बुरी स्थिति थी. कई जिलों में वर्षा और बाढ़ से 493 लोगों की जान चली गई थी.