Kerala Gold Scandal: NIA ने केस की जांच शुरू की, आरोपियों के खिलाफ की FIR दर्ज
केरल (Kerala) में सोना तस्करी (Gold Scandal) मामले में NIA ने सारथ, स्वप्न प्रभा सुरेश, फाजिल फरीद, संदीप नायर और अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम, 1967 के तहत मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की है. वहीं राज्य की सरकार के खिलाफ विरोधी दलों में मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी और कांग्रेस ने सोने की तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) के इस्तीफे की मांग कर धरना प्रदेशन करना शुरू कर दिया है. दूसरी तरफ सोना तस्करी के मामले की मुख्य संदिग्ध स्वप्ना सुरेश ने एक ऑडियो संदेश के जरिए इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि इस मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है. स्वप्ना सुरेश ने केरल हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी थी.
केरल (Kerala) में सोना तस्करी (Gold Scandal) मामले में NIA ने सारथ, स्वप्न प्रभा सुरेश, फाजिल फरीद, संदीप नायर और अन्य के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम, 1967 के तहत मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज की है. वहीं राज्य की सरकार के खिलाफ विरोधी दलों में मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी और कांग्रेस ने सोने की तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) के इस्तीफे की मांग कर धरना प्रदेशन करना शुरू कर दिया है. दूसरी तरफ सोना तस्करी के मामले की मुख्य संदिग्ध स्वप्ना सुरेश ने एक ऑडियो संदेश के जरिए इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि इस मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है. स्वप्ना सुरेश ने केरल हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दी थी.
बता दें कि 4 जुलाई को तिरुवनंतपुरम एयरर्पो पर सीमा शुल्क विभाग द्वारा लगभग 30 किलोग्राम सोने की जब्ती की गई थी. जो संयुक्त अरब अमीरात काउंसलेट से जुड़े डिप्लोमेटिक बैगेज में यह सोना पाया गया था. जिसके बाद विवाद बढ़ने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआइए को केरल सोना तस्करी मामले की जांच करने की इजाजत दे दी थी. वहीं इसी के साथ सोना तस्करी मामला कई दिनों से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के लिए गले की फांस बन गई है. केरल की सरकार के खिलाफ बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही मोर्चा खोल दिया है. यह भी पढ़ें: केरल सोना तस्करी मामाल: सीएम पिनाराई विजयन के खिलाफ इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का हंगामा, मांगा इस्तीफा.
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने का अनुरोध किया था. जबकि केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा था कि मुख्यमंत्री का कार्यालय संदेह के घेरे में है. मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और जांच का सामना करना चाहिए. फिलहाल इस मामलें की जांच जारी है और आने वाले कुछ समय में बड़ा खुलासा होने की आशंका जताई जा रही है.