केरल (Kerala) में सोना तस्करी का मुद्दा तूल पकड़ ने लगा है. वहीं राज्य की सरकार के खिलाफ विरोधी दलों में मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी और कांग्रेस ने सोने की तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) के इस्तीफे की मांग की है. इसी कड़ी में शुक्रवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (Indian Union Muslim League) के यूथ लीग के कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार को जमकर प्रदर्शन किया. भीड़ को तितरबितर करने के लिए पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का गोला और वाटर केनन का प्रयोग करना पड़ा. प्रदर्शकारियों ने विदेश से आए 30 किलो सोने को लेकर जमकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के इस्तीफे की मांग की.
वहीं सोना तस्करी ने राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है. दरअसल तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीमा शुल्क अधिकारियों ने रविवार को 30 किलोग्राम सोना बरामद किया था. इस सोने को राजनयिक सामान में रखकर राज्य में तस्करी कर लाने का प्रयास किया जा रहा था. वहीं इस मामले में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है. इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने का अनुरोध किया था. वहीं बढ़ते विवाद और गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी, गृह मंत्रालय ने इसके लिए एजेंसी को निर्देश दे दिए हैं.
ANI का ट्वीट:-
Kerala: Police uses tear gas and water cannon against the members of Youth League, the youth wing of the Indian Union Muslim League. They were protesting in Kozhikode demanding the resignation of Chief Minister Pinarayi Vijayan over gold smuggling case. pic.twitter.com/ljNniumc0K
— ANI (@ANI) July 10, 2020
इस मामले ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को हिला कर दिया है, क्योंकि स्वप्ना सुरेश राज्य में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार की करीबी मानी जाती हैं. उनकी योग्यता संदिग्ध होने के बाद भी वह ऊंचे वेतन वाली नौकरी कर रही थीं. इतना ही नहीं वह वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम. शिवशंकर की बेहद करीबी हैं जो कि विजयन के सचिव और राज्य के आईटी सचिव हैं. फिलहाल सीएम पिनरई विजयन ने नुकसान को नियंत्रण में लाने के लिए शिवशंकर को बाहर निकाल दिया लेकिन इससे स्थिति भड़क गई है और विजयन की छवि को झटका लगा है.