भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर आज अहम बैठक हो रही है. दोनों देशों के 20-20 अफसर वाघा बॉर्डर पहुंचे. दोनों देशों के अफसरों के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो चुकी है. मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान करतापुर कॉरिडोर को संचालित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सहयोग कर रहा है. गुरुद्वारा का निर्माण कार्य 70 फीसदी से अधिक पूरा हो गया है. हम उम्मीद करते हैं कि आज चर्चा सही दिशा में होगी.
मोदी सरकार की करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अब तक पाकिस्तान के साथ दूसरे दौर की वार्ता है. इससे पहले 14 मार्च को दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने ड्राफ्ट एग्रीमेंट को अंतिम रूप दिया था. भारत कॉरिडोर के निर्माण पर 500 करोड़ रुपए खर्च करेगा. इसके जरिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हाईटेक सिक्युरिटी सहित अन्य कई इंतजाम किए जाएंगे.
Dr Mohammad Faisal, Spokesperson of Ministry of Foreign Affairs Pakistan, at Wagah (Pakistan): Pakistan is fully committed & cooperating to operationalize #KartarpurCorridor. More than 70% of Gurdwara's construction work is completed. We hope to have productive discussion today. pic.twitter.com/zoAEgfHwnK
— ANI (@ANI) July 14, 2019
बता दें, भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव एससीएल दास और विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (PAI-पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान) दीपक मित्तल कर रहे हैं. वहीं बैठक में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल की अध्यक्षता में 20 पाकिस्तानी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल शामिल है.
India-Pakistan bilateral meeting on #KartarpurCorridor underway at Wagah, Pakistan. pic.twitter.com/fDignqQEKJ
— ANI (@ANI) July 14, 2019
आज होने वाली चर्चा में भारत खालिस्तानी मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगा. भारत पहले ही साफ कर चुका है कि करतारपुर कॉरिडोर के इस्तेमाल पाक खालिस्तानी एजेंडा के लिए न करे. खालिस्तान के अलावा भारत की कई मांगे हैं जिनमें पाकिस्तान रोड़े अटका रहा है. भारत की मांग रही है कि करतारपुर में एक दिन में 5000 श्रद्धालुओं को दर्शन का मौका मिले. लेकिन पाकिस्तान महज 700 श्रद्धालुओं के दर्शन पर ही अड़ा है. भारत की मांग है कि करतापुर कॉरिडोर साल भर खुले. भारत की मांग है कि करतापुर कॉरिडोर साल भर खुले. पाकिस्तान इसके लिए भी राजी नहीं है.
भारत चाहता है कि श्रद्धालुओं का कोई वीजा या शुल्क ना लगे, लेकिन पाकिस्तान इससे सहमत नहीं है. इसके साथ ही भारत चाहता है कि प्रवासी भारतीयों को भी मौका मिले, लेकिन पाकिस्तान सिर्फ भारतीय श्रद्धालुओं की जिद पर अड़ा है. पाकिस्तान की तरफ से जीरो लाइन पर पुल बनाना चाहिए, लेकिन पाक पुल बनाने को तैयार नहीं है. करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की तारीख तय है. इसे 22 नवंबर को होने वाली गुरु नानक की 550वीं जयंती से पहले शुरू होना है.