Karnataka: सिद्धारमैया के '5 साल सीएम' वाले बयान से कांग्रेस में हलचल; प्रियांक खड़गे ने कहा, 'पद के लिए तैयार'

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस बयान से कि वह पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री हैं, कांग्रेस सरकार में हड़कंप मच गया है, क्योंकि कई दावेदार अपनी आवाज उठा रहे हैं। डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार के समर्थकों ने शुक्रवार को हुबली में "डीके भावी सीएम हैं" के नारे लगाए, मंत्री प्रियांक खड़गे ने रिंग में अपनी टोपी फेंक दी, और एक अन्य मंत्री ने परमेश्वर के लिए वकालत की.

सिद्धारमैया (Photo Credit: IANS)

बेंगलुरु, 3 नवंबर: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस बयान से कि वह पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री हैं, कांग्रेस सरकार में हड़कंप मच गया है, क्योंकि कई दावेदार अपनी आवाज उठा रहे हैं. डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार के समर्थकों ने शुक्रवार को हुबली में "डीके भावी सीएम हैं" के नारे लगाए, मंत्री प्रियांक खड़गे ने रिंग में अपनी टोपी फेंक दी, और एक अन्य मंत्री ने परमेश्वर के लिए वकालत की. यह भी पढ़ें: Madhya Pradesh Elections : ‘मामा’ के लिए इस बार का चुनाव थोड़ा अलग, क्या बुधनी के मतदाता चौहान को अजेय रखेंगे?

खड़गे ने कहा कि अगर आलाकमान उनसे कहेगा तो वह सीएम बनने को तैयार हैं. दूसरी ओर सहकारिता मंत्री के.एन. राजन्ना ने कहा कि राज्य के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर में सीएम बनने के लिए सबकुछ है.

मंत्री खड़गे ने कर्नाटक में सत्ता साझेदारी पर मैसूरु में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, इस संबंध में जानकारी पार्टी में केवल चार लोगों को ही पता है. सीएम सिद्धारमैया के इस बयान पर कि वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे, खड़गे ने कहा, 'सीएम का बयान निजी है. ये तो आलाकमान को कहना चाहिए. अगर आलाकमान कहता है कि मैं सीएम हूं तो मैं हां कहूंगा.'

मंत्री के.एन. तुमकुरु जिले में एक कार्यक्रम के दौरान राजन्ना ने कहा कि गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर के सीएम बनने की पूरी संभावना है. “परमेश्वर वर्तमान में गृह मंत्री हैं. भविष्य में वह किसी भी पद पर जा सकते हैं. उन्होंने कहा,मैं और परमेश्वर तब तक सीएम सिद्धारमैया के साथ हैं जब तक वह पद पर हैं. लेकिन, अगर ऐसी स्थिति में जहां सिद्धारमैया पद पर नहीं हैं, परमेश्वर सीएम होंगे.''

डी.के. कांग्रेस सांसद और डिप्टी सीएम शिवकुमार के भाई सुरेश ने बेंगलुरु में कहा कि सीएम का पद अभी खाली नहीं है. उन्होंने कहा, "जब सीएम पद पर कब्जा है तो उस पर चर्चा व्यर्थ है। सीएम सिद्धारमैया और शिवकुमार को प्रशासन देने के लिए जनादेश मिला है और वर्तमान में सिद्धारमैया सीएम हैं और इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए, सरकार को कोई खतरा नहीं है."

उन्होंने कहा,“एआईसीसी अध्यक्ष फैसला लेंगे. व्यक्तिगत राय हो सकती है.'' परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने रेखांकित किया कि एआईसीसी ने सभी नेताओं से सत्ता और पार्टी के आंतरिक मामलों पर बयान जारी नहीं करने को कहा है. उन्होंने कहा, "यह छोटे और शीर्ष नेताओं पर भी लागू होता है."

शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस आलाकमान इस मामले का ध्यान रखेगा. कांग्रेस की स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व गृह मंत्री और बीजेपी विधायक अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि सीएम सिद्धारमैया की नींव हिल रही है और राज्य में बड़ा राजनीतिक विकास देखने को मिलेगा.

पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी विधायक सी.एन. अश्वथ नारायण ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के भीतर असंतोष उबल रहा है और यह जल्द ही जनता के सामने आ जाएगा.

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