Karnataka: सिद्धारमैया ने दिया बड़ा बयान, कहा- स्वतंत्रता आंदोलन में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं थी
इससे पहले, सिद्धारमैया ने रविवार को आरएसएस कैडर को 'चड्डी' (शॉर्ट्स, आरएसएस कैडर द्वारा पहनी जाने वाली शॉर्ट पैंट का जिक्र करते हुए) कहा था. यहां तक कि उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं को राक्षसी करार दिया था. पलटवार करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक सीटी रवि ने कहा कि सिद्धारमैया झूठे हैं.
बागलकोट: कर्नाटक (Karnataka) में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) पर लगातार हमले करते हुए मंगलवार को कहा कि देश को आजादी महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के प्रयासों से मिली, ना कि आरएसएस की वजह से मिली. उन्होंने आगे सवाल किया, "क्या गोडसे (महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे) ने हमारे लिए आजादी जीती और क्या सावरकर (वीर सावरकर) ने देश के लिए आजादी हासिल की?" Karnataka: पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा का बड़ा बयान, कहा- मैं अभी जिंदा हूं, पार्टी को मजबूत करने लिए राज्य के हर जिले का दौरा करूंगा
सिद्धारमैया ने आगे पूछा, "क्या आरएसएस या बीजेपी में से किसी की मृत्यु हुई या भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी? बीजेपी में लोग इतिहास नहीं जानते हैं." उन्होंने तालिबान की तुलना आरएसएस और बीजेपी से करने के अपने पहले के बयान का बचाव करते हुए कहा कि, "जो मानवता में विश्वास नहीं करता वह तालिबान है. बीजेपी और आरएसएस को मानवतावाद में विश्वास नहीं है. वे लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं करते हैं. वे संविधान का सम्मान तक नहीं करते. चूंकि वे संविधान के सिद्धांतों के अनुसार शासन नहीं करते हैं, इसलिए उन्हें तालिबानी और हिटलर की संस्कृति वाला कहा जाता है."
इससे पहले, सिद्धारमैया ने रविवार को आरएसएस कैडर को 'चड्डी' (शॉर्ट्स, आरएसएस कैडर द्वारा पहनी जाने वाली शॉर्ट पैंट का जिक्र करते हुए) कहा था. यहां तक कि उन्होंने बीजेपी और आरएसएस के नेताओं को राक्षसी करार दिया था. पलटवार करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और विधायक सीटी रवि ने कहा कि सिद्धारमैया झूठे हैं. उम्र के कारण वह कुछ चीजों के प्रति अंधे हो गये हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है. अगर तालिबान को सत्ता में रहना होता, तो वह इस समय तक एक खंभे पर लटके होते.
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा, "अगर वह तालिबान और बीजेपी में अंतर नहीं कर सकते, तो वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. सिद्धारमैया विपक्ष के नेता हैं जो कुछ बातें कहना चाहते हैं. यह स्पष्ट है कि वह कर्नाटक में बीजेपी द्वारा किए गए अच्छे काम को पचा नहीं पा रहे हैं."