Karnataka: कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के एक नवनिर्वाचित विधायक ने उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के नाम पर ली शपथ
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के एक नवनिर्वाचित विधायक ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, जबकि एक भाजपा विधायक ने हिंदुत्व और गौमाता के नाम पर शपथ ली
बेंगलुरु, 23 मई: कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के एक नवनिर्वाचित विधायक ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, जबकि एक भाजपा विधायक ने हिंदुत्व और गौमाता के नाम पर शपथ ली. चन्नागिरी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक शिवगंगा बसवराज ने भगवान और अपने राजनीतिक गुरु शिवकुमार के नाम पर शपथ ली, जो कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं. यह भी पढ़ें: Karnataka School Teacher Suspended: सिद्धारमैया सरकार की आलोचना करना शिक्षक को पड़ा महंगा, किया गया सस्पेंड
कुनिगल विधायक एचडी रंगनाथ ने किसान और भगवान शिवकुमार के नाम पर शपथ ली. शिवकुमार ने स्वयं अपने धार्मिक गुरु गंगाधर अज्जा के नाम पर शपथ ली, जिनके बारे में उनका कहना है कि वे उन्हें भगवान मानते हैं. गौरतलब है कि शिवकुमार ने 20 मई को अपने धर्मगुरु के नाम पर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
प्रोटेम स्पीकर आर.वी. देशपांडे ने नवनिर्वाचित विधायकों को भारत के संविधान या भगवान के नाम पर शपथ लेने की सलाह दी थी, न कि व्यक्तियों के नाम पर, जो कि नियमों के अनुसार नहीं है. हालांकि उनकी सलाह को अनसुना करते हुए कुछ विधायकों ने व्यक्तियों के नाम पर शपथ ली. भाजपा नेता बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने हिंदुत्व और गौमाता के नाम पर विधायक पद की शपथ ली.
कांग्रेस की केजीएफ विधायक रूपा शशिधर ने बुद्ध, बसवा, अंबेडकर और भगवान के नाम पर शपथ ली, जबकि मुलबगिलु से जद-एस विधायक समृद्धि मंजूनाथ ने पार्टी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के नाम पर शपथ ली.
दक्षिण कन्नड़ क्षेत्र से भाजपा विधायक भागीरथी मुरुलिया ने अपने कुल देवी-देवताओं के नाम पर शपथ ली. 16वीं विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र सोमवार से शुरू हुआ। सत्र के दौरान नवनिर्वाचित विधायक शपथ लेंगे. सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भगवान के नाम पर विधायक पद की शपथ ली। परिसर में प्रवेश करने से पहले उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने विधान सौधा में माथा टेका.
एआईसीसी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के बेटे और राज्यमंत्री प्रियांक खड़गे ने भारत के संविधान के नाम पर शपथ ली. मंत्री जी परमेश्वर, के.एच. मुनियप्पा, के.जे. जॉर्ज, एम.बी. पाटिल, और सतीश जारकीहोली ने भारत के संविधान और भगवान के नाम पर विधायक के रूप में शपथ ली.