Hijab Row: 'अल्लाह-हु-अकबर' कहने वाली छात्रा को विधायक ने गिफ्ट किया आईफोन, हर संभव मदद का दिया आश्वासन
छात्रा मुस्कान खान और विधायक जीशान सिद्धिकी (Photo Credit : Twitter)

Hijab Row, बेंगलुरू, 11 फरवरी: कर्नाटक (Karnataka)के कालेज में प्रदर्शनकारी छात्रों के 'जयश्री राम' के नारे का जवाब 'अल्लाहू अकबर' (Allah-hu-Akbar) से देकर चर्चा में आई छात्रा मुस्कान खान (Muskan Khan) से शुक्रवार को मुंबई, बांद्रा के विधायक जीशान सिद्धिकी (MLA Zeeshan Siddique) ने मुलाकात कर उसकी हौसला अफजाई की तथा एक आईफोन (Iphone) एवं घड़ी देते हुए भविष्य में हर संभव मदद का आश्वासन दिया. Hijab Controversy: 'अल्लाह-हु-अकबर' के नारे लगाने वाली छात्रा ने कहा, अदालत के आदेश का पालन करूंगी

सिद्दीकी ने मांड्या शहर में मुस्कान के आवास पर जाकर उनके साहस की सराहना करते हुए कहा,मैं बहुत दूर से अपने समुदाय की उस लड़की से मिलने आया हूं जिसने अनुकरणीय साहस दिखाया. मैं उसके साहसिक कार्य के लिए खुश हूं.

उन्होंने कहा आज पूरा कर्नाटक, पूरा देश उस पर गर्व कर रहा है. उसने दिखाया है कि महिला की असली शक्ति क्या है. उसके बहादुर कार्य को देखने के बाद, अन्य महिलाओं पर दबाव डाला जा रहा है. जिनके साथ अन्याय हुआ है, वे इस तरह के कृत्यों का भी सामना कर सकते हैं.

उन्होंने कहा कि उन क्रूर लोगों के खिलाफ उसका यह कार्य सराहनीय है. कांग्रेस विधायक ने कहा, हिजाब पहनना एक संवैधानिक अधिकार है. कोई भी अपनी पसंद के कपड़े पहन सकता है. आपको उसके हिजाब या इस तथ्य से समस्या है कि वह शिक्षित हो रही है.

उन्होंने कहा, मुस्कान के हिजाब (Hijab) पहनने के अधिकार की रक्षा के लिए उसके पीछे करोड़ों भाई हैं. उसके परिवार से मिलकर मुझे खुशी हुई.

गौरतलब है कि मांड्या जिले में पीईएस कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स की छात्रा मुस्कान खान को कथित तौर पर बुर्का (Burqa) पहनने के लिए कॉलेज (College) परिसर में छात्रों के एक समूह द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था. समूह ने उसे घेरते और उसका पीछा करते हुए 'जय श्रीराम' के नारे लगाए. इसके बाद मुस्कान ने भीड़ का सामना 'अल्लाह हो अकबर' के नारे से किया. ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

इसके बाद कॉलेज अधिकारी उसे कक्षा के अंदर सुरक्षित ले गए . मुस्कान ने बाद में कॉलेज प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि वह अदालत के आदेश का पालन करेंगी.

इस बीच, विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने उसके इस कार्य के लिए नकद इनाम की घोषणा की है. हालांकि मुस्कान को नकद पुरस्कार देने के संबंध में भी शिकायत दर्ज कराई गई है.