कर्नाटक आप ने मुस्लिम महिलाओं पर टिप्पणी को लेकर आरएसएस पदाधिकारी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई

बेंगलुरु, 30  दिसंबर : कर्नाटक में आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को राज्य में आरएसएस के एक शीर्ष पदाधिकारी कल्लडका प्रभाकर भट के खिलाफ यह बयान देने के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 'मुस्लिम महिलाओं को केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने के बाद स्थायी पति मिलते हैं.' यह शिकायत आप के अल्पसंख्यक विंग के नेता उस्मान नरसिम्हैया ने बेंगलुरु के शेषाद्रिपुरम थाने में दर्ज कराई है.

नरसिम्हैया ने आरोप लगाया कि प्रभाकर भट्ट ने मांड्या शहर में हनुमा संकीर्तन यात्रा कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, क्योंकि उन्होंने उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. नरसिम्हैया ने कहा, "हनुमा संकीर्तन कार्यक्रम भगवान हनुमान के सम्मान में आयोजित किया गया था, जिन्होंने भगवान राम को सीता को लंका से वापस लाने में मदद की थी. उस कार्यक्रम में, प्रभाकर भट्ट ने अनुचित रूप से कहा कि मुस्लिम महिलाओं को पीएम मोदी के आने के बाद ही स्थायी पति मिले. यह भी पढ़ें : Modi Govt Big Action Against Khalistan: कनाडा स्थित बब्बर खालसा के लखबीर सिंह लांडा को गृह मंत्रालय ने आतंकवादी किया घोषित, रॉकेट हमले की योजना में था शामिल

"इस तरह का बयान अक्षम्य है. भाजपा नेता चुप क्यों हैं? भाजपा की अल्पसंख्यक शाखा अब अस्तित्व में नहीं है... वे सभी पैसे के लिए मजदूरों की तरह काम कर रहे हैं." आप नेता के मुताबिक, प्रभाकर भट्ट ने महिलाओं, समुदाय और धर्म को अपमानित किया है. उन्होंने कहा, "ऐसे बयान देने वाले लोगों को राष्ट्र-विरोधी और धर्म-विरोधी माना जाना चाहिए. प्रभाकर भट्ट को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए." प्रभाकर भट्ट ने कथित तौर पर तीन तलाक पर प्रतिबंध के संदर्भ में यह बयान दिया था.