दिल्ली के गुड़िया गैंगरेप केस में मनोज शाह और प्रदीप दोषी करार, फिर भी अकड़ नहीं हुई कम- कोर्ट परिसर में पत्रकार को मारा थप्पड़
राजधानी दिल्ली स्थित गांधीनगर में साल 2013 में एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने शनिवार यानि आज मनोज शाह और प्रदीप को दोषी करार दिया है. गुड़िया सामूहिक दुष्कर्म मामले में कोर्ट अब अपना अगला फैसला 30 जनवरी को सुनायेगी.
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली स्थित गांधीनगर (Gandhinagar) में साल 2013 में एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट (Karkardooma Court) ने शनिवार यानि आज मनोज शाह और प्रदीप को दोषी करार दिया है. गुड़िया सामूहिक दुष्कर्म मामले में कोर्ट अब अपना अगला फैसला 30 जनवरी को सुनायेगी. बता दें कि कोर्ट से बाहर निकते दौरान आरोपी व्यक्ति मनोज शाह ने पत्रकारों से बदतमीजी दिखाते हुए उनपर हमला बोल दिया और उनके मोबाइल फोन भी छीनने की कोशिश की.
गौरतलब हो कि दोनों आरोपी व्यक्ति पांच वर्षीय पीड़िता को बहला फुसलाकर अपने कमरे में ले गए थे, जहां उन्होंने उसके साथ दो दिनों तक घृणित कार्य किया था. इस दौरान दोनों आरोपियों ने हैवानियत दिखाते हुए बच्ची के गुप्तांग में बोतल, मोमबत्ती और कई चीजें डाल दी थीं और पीड़ित बच्ची को एक रूम में बाहर से दरवाजा लॉक कर फरार हो गए थे. इस दौरान पीड़िता के परिवार वाले पागलों की तरह बच्ची को ढुढते रहे.
यह भी पढ़ें-निर्भया गैंगरेप केस: तिहाड़ जेल ने दोषियों के खिलाफ फिर से डेथ वॉरंट जारी करने की मांग की
दो दिनों तक बेरहमी की दंश झेलने के बाद मासूम पीड़िता ने हिम्मत करके अंदर से गेट बजाया तो एक पड़ोसी ने उसके परिवार वालों को बुलाकर उसकी जान बचाई. गुड़िया को खून से लथपथ देख उसे फौरन आनन-फानन में एम्स में भर्ती करवाया गया जहां उसकी पांच सर्जरी की गई थी.