चीन और पाकिस्तान के छक्के छुड़ा देगा ये स्वदेशी टैंक K9 वज्र, इसकी ताकत पर हर किसी को होगा गर्व
गौरतलब हो कि भारत अब अपनी आधुनिक सैन्य शक्ति की बदौलत वैश्विक ताकत के रूप में उभर रहा है. आजादी के बाद से भारत ने थल, जल और वायु सेनाओं में काफी निवेश किया और आधुनिक हथियार विकसित किए
नई दिल्ली. भारत को आंख दिखाने वाले दुश्मनों की अब खैर नहीं है. भारतीय सेना की यह नई तोप पल भर में दुश्मन के ठिकानों को क्रबिस्तान बना देगी. इस तोप की गरज सुनकर दुश्मनों के कान फट जाएंगे. सूरत में बनाई जा रही पहली टैंक के-9 वज्र गन भारतीय सेना के लिए बनकर तैयार है. इसकी मारक क्षमता लगभग 40 किलोमीटर के करीब है. जो अपने टार्गेट को आसानी से निशाना बना सकता है.
खबरों के मुताबिक भारतीय सेना को यह टैंक को टेस्टिंग के लिए सौंपा गया है. अगर यह टैंक परीक्षण के दौरना सफल होता है तो ऐसे ही 100 टैंको का निर्माण किया जाएगा. आपको जानकार हैरानी होगी कि के-9 वज्र टैंक में 155 एमएम या 52 कैलिबर गन है. इसकी मारक क्षमता को बढ़ाकर 75 किलोमीटर तक किया जा सकता है. इस घातक टैंक में ऑटोमेटिक लोड होने की क्षमता से बनाया गया है.
आपको जानकार हैरानी होगी कि टैंक के-9 वज्र केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल व न्यूक्लियर रेज प्रूफ है. इससे इससे भारतीय सेना की शक्ति में काफी इजाफा होगा. गौरतलब हो कि भारत अब अपनी आधुनिक सैन्य शक्ति की बदौलत वैश्विक ताकत के रूप में उभर रहा है. आजादी के बाद से भारत ने थल, जल और वायु सेनाओं में काफी निवेश किया और आधुनिक हथियार विकसित किए. इन हथियारों के बारें में जानकर दुश्मन डर से थर्राते है.