JNU हिंसा: गेटवे ऑफ इंडिया पर 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर लहराने वाली महक मिर्जा प्रभु के खिलाफ मुंबई पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया में सोमवार को हुए प्रदर्शन के दौरान एक लड़की द्वारा 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर लहराया गया था. इस लड़की की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थी. जिसके बाद फ्री कश्मीर पोस्टर को लेकर मुंबई में बीजेपी और शिवसेना नेताओं की तरफ से बयानबाजी भी की गई थी. इस पोस्टर में दिख रही लड़की की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती हैं. बताना चाहते है कि मुंबई पुलिस ने लड़की के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
मुंबई. जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया में सोमवार को हुए प्रदर्शन के दौरान एक लड़की द्वारा 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर लहराया गया था. इस लड़की की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई थी. जिसके बाद फ्री कश्मीर पोस्टर को लेकर मुंबई में बीजेपी और शिवसेना नेताओं की तरफ से बयानबाजी भी की गई थी. इस पोस्टर में दिख रही लड़की की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ सकती हैं. बताना चाहते है कि मुंबई पुलिस ने लड़की के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. लड़की की पहचान महक मिर्जा प्रभु के तौर पर हुई थी. इस मसले पर लड़की ने सफाई देते हुए कहा है कि 'फ्री कश्मीर' का मतलब है कि घाटी में लगाई गई रोक को हटाना था.
बता दें कि साउथ मुंबई स्थित कोलाबा पुलिस स्टेशन में महक मिर्जा प्रभु के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. महक के खिलाफ आईपीसी की धारा 153बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. यह भी पढ़े-मुंबई: फ्री कश्मीर पोस्टर पर राजनीति तेज, किरीट सोमैया ने दर्ज कराई शिकायत, संजय राउत ने दी यह प्रतिक्रिया
ANI का ट्वीट-
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर सोमवार को छात्रों द्वारा एक विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान एक लड़की के हाथ में 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर दिखाई दिया। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई.इस पोस्टर की महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आलोचना की. साथ ही उन्होंने उद्धव सरकार से पूछा कि क्या उन्हें फ्री कश्मीर भारत विरोधी अभियान बर्दाश्त है?
ज्ञात हो कि इससे पहले सोमवार सुबह बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. इस पुरे मामले पर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैनें अखबारों में पढ़ा है कि 'फ्री कश्मीर' का पोस्टर दिखाने वाले वहां के मोबाइल और इंटरनेट पर लगे बैन से आजादी मांग रहे थे. लेकिन अगर किसी ने कश्मीर की आजादी की बात कही है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.