महागठबंधन की प्रतिरोध रैली पर जीतन राम मांझी ने कसा तंज, बोले- इन लोगों के पास कोई काम नहीं
Jitan ram manjhi | Photo- ANI

पटना, 20 जुलाई : बिहार में इंडी गठबंधन की ओर से प्रतिरोध रैली निकाली गई. जिसमें प्रदेश के कई बड़े विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया. विपक्ष का आरोप है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है. विपक्ष के इस वार पर एनडीए सहयोगी और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पलटवार किया है.

बिहार के मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए मांझी ने कहा, “इस तरह की रैली निकालना, उनका काम हैं, वो करते रहे, हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है. यह लोग कह रहे हैं कि यहां कानून-व्यवस्था बिगड़ी हुई है, लेकिन मैं आपको बता दूं कि ऐसा कुछ नहीं है, सबकुछ ठीक है, लेकिन हां कुछ कभी-कभी कुछ छिटपुट आपराधिक घटनाएं घटतीं है, मगर हम इसमें आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे और प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने की कोशिश रहेगी.” यह भी पढ़ें : अंग्रेजों ने देशवासियों की अपनी परंपराओं में आस्था को व्यवस्थित तरीके से कम करने की कोशिश की:भागवत

बता दें कि बीते दिनों विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी. जिसे लकेर कई बड़े विपक्षी नेताओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे.

प्रतिरोध रैली के मकसद पर राजद नेता मृत्यंजय तिवारी ने कहा, “जिस तरह से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में आपराधिक घटनाओं में तेजी आई है, उसके विरोध में पूरा इंडी गठबंधन शुक्रवार को पटना की सड़कों पर प्रतिरोध रैली निकाल रहा है. हम अभी सड़क से लेकर संसद तक सरकार को घेरने का काम करेंगे. हम एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में चुपचाप नहीं बैठ सकते हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान पर आंदोलन की तैयारी कर ली गई है और पूरा जनसैलाब आप लोगों को सत्तारूढ़ दल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करता हुआ दिखेगा. इस संबंध में हम जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपेंगे.”

उन्होंने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “इस नकारा और निकम्मी सरकार से जनता निजात चाहती है. बिहार की जनता को अब यह सरकार नहीं चाहिए. बिहार का भला तभी हो सकता है, जब इस सरकार की रवानगी हो, जब तक यह सरकार रहेगी, तब तक बिहार में ऐसे ही अपराधियों का तांडव होता रहेगा.”

राजद नेता ने आगे कहा, “मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक करने में विलंब कर दिया है. जब महागठबंधन ने प्रतिरोध मार्च का ऐलान किया, तब उनकी ओर से बैठक बुलाई गई. हालांकि, इससे पहले भी मुख्यमंत्री की ओर से कई बैठक इस संबंध में की जा चुकी है, लेकिन इसका कोई प्रतिफल नहीं निकलता है. इसके विपरीत आपराधिक घटनाओं में तेजी ही देखने को मिलती है, जब अपराधियों की सेटिंग सरकार से हो, तो इस मीटिंग का कोई मतलब नहीं रह जाता है. नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है.”

राजद नेता जय प्रकाश यादव बोले की सरकार का इकबाल खत्म हो रहा है. उन्होंने कहा, “बिहार की स्थिति बद से बदतर है. लिहाजा इंडिया गठबंधन ने समूचे बिहार में जनाक्रोश रैली निकालने का फैसला किया है. समस्त राज्य में जनाक्रोश रैली निकाली जा रही है. यह सिर्फ इंडिया गठबंधन की जनाक्रोश रैली नहीं है, बल्कि पूरे बिहार के लोगों का आक्रोश है. बिहार में कानून-व्यवस्था का चक्का बैठ गया है. राज्य में हालात बद से बदतर हो चुके हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है. हत्या, लूट और डकैती और चौतरफा हिंसा देखने को मिल रही है. अब तो नीतीश कुमार को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि बिहार को संभाल पाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं. सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. डबल इंजन सरकार फैल हो चुका है. समाज में तनाव का माहौल बना रहा है, इसलिए इंडिया गठबंधन ने एकजुट होने का फैसला किया है.”

राजद के कद्दावर नेताओं में शुमार विधायक भोला यादव ने कहा, “नीतीश कुमार के नेतृत्व में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है. सरकार पूर्ण रूप से अपराधियों के चंगुल में चली गई है. दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पिता की हत्या हो जाती है, फिर भी सरकार गंभीर नहीं है. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए, इसलिए हम सभी आज एकजुट होकर जनता से अपील कर रहे हैं कि वो ऐसी सरकार को उखाड़ फेंके.”