Jharkhand Shocker: झारखंड के पलामू जिले के शहर थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाली एक 17 वर्षीय लड़की सात महीने पहले गायब हो गई. जिसका शव पुलिस ने कुछ महीने बाद बरामद किया है. गुमशुदा लड़की का शव बरामद होने के बाद नया खुलासा हुआ है. पुलिस के अनुसार, लड़की की बड़ी बहन उसे देह व्यापार में धकेलना चाहती थी. जिसका वह विरोध करती थी. क्योंकि उसकी बहन उसे जबरन उसे लोगों के पास भेजती थी. बहन के इस विरोध के बाद बड़ी बहन के प्रेमी ने उसकी की हत्या कर दी. जिसके बाद बड़ी बहन ने अपने प्रेमी और दूसरी एक बहन के पति के साथ मिलकर उसके शव को जमीन में दफना दिया. ताकि इसका राज किसी को मालूम ना पड़ने पाए.
शहर थाना पुलिस के अनुसार शव बरामद करने के बाद मृतिका की पहचान संतोषी कुमारी (Santoshi Kumari) के रूप में हुई. पुलिस ने मृतिका का शव बरामद करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा. रिपोर्ट आने पर जिसमें कत्ल की पुष्टि हुई. पुलिस के अनुसार लड़की 5 बहनों में चौथे नंबर की थी. उसके माता-पिता दोनों का कुछ साल पहले मौत हो चुकी है. ऐसे में लड़की अपनी सबसे बड़ी बहन राखी के पास आकार रही पर ही रह रही थी. राखी जो देह व्यापार में लिप्त थी. लड़की की एक और दूसरे नंबर की बहन जिसका नाम रूपा है. उसके पति का नाम धनंजय जो रूपा की बड़ी बहन राखी की देह व्यापार में सहायता करता था. दोनों मिलकर संतोषी को देह व्यापार में धकेलना चाहते थे तथा उसे जबरन ग्राहकों के पास भेजते थे. यह भी पढ़े: Jharkhand Shocker: तीन साल की बच्ची की हत्या, निर्माणाधीन मकान से शव बरामद, परिजनों ने दुष्कर्म की जताई आशंका
पुलिस ने पूछताछ में खुलासा किया कि लड़की की सबसे बड़ी बहन राखी के दो प्रेमी थे. जिसमें एक का नाम प्रताप कुमार दूसरे का नाम नीतीश हैं. इन दोनों का उसके घर आना जाना था. राखी इन दोनों से अपनी छोटी बहन का रेप करवाती थी. दोनों लड़के मृतक पीड़िता के विरोध के बाद भी रेप करते थे. पुलिस ने मृतिका के बारे में बताया कि वह किसी दूसरे एक लड़के से प्यार करती थी और उससे शादी करना चाहती थी. जिसका राखी विरोध कर रही थी.
मृतक पीड़िता के क़त्ल से दो दिन पहले राखी का एक प्रेमी प्रताप उसके घर पहुंचा. उस वक़्त राखी घर में नहीं थी. प्रताप ने उसकी छोटी बहन के साथ दुष्कर्म किया. विरोध करने पर उसने लड़की को जान से मार दिया. राखी जब घर लौटी तो उसने छोटी बहन को मृत पाया. तत्पश्चात, राखी, रूपा, धनंजय, प्रताप व नीतीश ने मिलकर लड़की के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई तथा एक सूनसान स्थान पर उसके शव को दफना दिया.
पीड़िता की हत्या मार्च महीने में हुई थी. लेकिन हत्या के बाद अब एक पैर जमीन से बाहर निकला दिखा. जिसकी सूचना लोगों ने पुलिस को देने के बाद घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने कब्र खुदवाकर शव को बाहर निकाला और शव की पहचान की गई. शव का पहचान होने के बाद राखी से सख्ती से पूछताछ करने के बाद उसने बहन की हत्या की सारी बाते पुलिस को बताई. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में राखी, रूपा, धनंजय व प्रताप को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं एक और आरोपी नीतीश फरार है.