Jharkhand Politics: चंपई सोरेन के BJP में जाने की बात को झारखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो ने बताया अफवाह,  कहा; सरकार गिराने की है साजिश
Champai soren (img: tw)

Jharkhand Politics: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चाओं को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो ने "अफवाह" करार देते हुए रविवार को कहा कि राज्य की सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है. झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "यह अफवाह है मीडिया द्वारा फैलाई गई है. चंपई सोरेन झारखंड सरकार के मजबूत स्तंभ हैं. हेमंत सोरेन से उनकी कोई नाराजगी नहीं है." उन्होंने कहा कि इससे जुड़ी जो भी बातें सामने आ रही हैं, वे निराधार हैं. वह पार्टी के वरिष्ठ नेता और संस्थापक सदस्य हैं. उनका किसी और दल में जाने का सवाल ही नहीं पैदा होता.

केशव महतो ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा बेनकाब हो गई है. झारखंड सरकार को गिराने के लिए सभी ताकतें लगी हुई है. दरअसल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की चर्चा तेज है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के छह विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इन्हीं चर्चाओं के बीच चंपई सोरेन रविवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे. यह भी पढ़े: Jharkhand Politics: क्या झारखंड में गिर सकती है हेमंत सोरेन की सरकार? चंपई की JMM से खुली बगावत आई सामने, X पर लिखा; सीएम पद से हटाकर अपमान किया

पूर्व सीएम चंपई सोरेन से पत्रकारों ने जब भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "मैं अपने निजी काम के लिए दिल्ली आया हूं। मेरे बच्चे यहां रहते हैं, उनसे मिलने आया हूं. इसलिए दिल्ली आना-जाना लगा रहता है। इसी वजह से आज भी दिल्ली आया हूं. भाजपा में शामिल होने के सवाल पर चंपई सोरेन ने मीडिया के सामने एक बार फिर दोहराया, ''अभी मैं जहां पर हूं, वहीं हूं.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन 2 फरवरी 2024 से 3 जुलाई 2024 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे. हालांकि, हेमंत सोरेन ने जमानत पर जेल से बाहर निकलने के बाद फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल ली थी. उस समय भी मुख्यमंत्री पद से विदाई के बाद चंपई सोरेन की नाराजगी की खबरें सामने आई थीं. दावा तो यहां तक किया गया था कि काफी मनाने के बाद चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में शामिल होने का प्रस्ताव स्वीकार किया था.