रांची, 23 मार्च: गिरिडीह (Giridih) जिले में पुलिसकर्मी की बूट से कुचलकर चार दिन की उम्र वाले नवजात की मौत के मामले में पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. गिरिडीह के एसपी अमित रेणु ने गुरुवार को इससे संबंधित आदेश जारी किया है. इसी मामले में देवरी थाने के इंचार्ज को हटाते हुए पुलिस लाइन भेज दिया गया है. इस बीच बच्चे के परिजन के आवेदन पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. यह भी पढ़ें: शीर्ष अदालत को आवंटित भूमि पर बार एसोसिएशन नहीं जता सकता अधिकार : सुप्रीम कोर्ट
बता दें कि बुधवार को गिरिडीह जिले के देवरी थाना पुलिस की टीम कोशोगोंदो दिघी गांव में एक वारंटी भूषण पांडेय को गिरफ्तार करने गई थी. पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी के दौरान कोने-कोने की तलाशी ली. इसी दौरान पुलिसकर्मी घर में रखी एक चौकी पर चढ़ गया. इसी दौरान चौकी पर सोए चार के नवजात की मौत पुलिसकर्मी के बूट से कुचलकर हो गई. यह बच्चा वारंटी भूषण महतो का पोता था। मात्र चार दिन पहले उनकी बहू नेहा देवी ने इस बच्चे को जन्म दिया था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद इस संबंध में जांच के आदेश दिए थे. वीडियो में भूषण पांडेय नामक व्यक्ति को यह आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मियों ने सुबह तीन बजकर 20 मिनट पर उनके घर पर छापा मारा और दरवाजा नहीं खुलने पर उन्होंने बल प्रयोग कर दरवाजा खोल दिया. भूषण पांडेय ने दावा किया कि ह्यमैं वहां से भाग गया और महिलाएं भी बाहर निकल आईं. पुलिसकर्मी जब वहां तलाशी ले रहे थे तब घर के अंदर चार दिन का बच्चा सो रहा था. बच्चे को उन्होंने कुचलकर मार दिया.