Jessica Lal Murder Case in Delhi: राजधानी दिल्ली में पार्टी के दौरान हुआ था मशहूर मॉडल जेसिका लाल का मर्डर, यहां पढ़ें इस केस की पूरी TIMELINE

उस रात मनु शर्मा जेसिका लाल के पास आया था और जेसिका से ड्रिंक्स (शराब) देने को कहा. लेकिन तब तक पब का काउंटर बंद हो गया था तो जेसिका ने शराब देने से इनकार कर दिया, जिससे गुस्से में आकर मनु शर्मा ने जेसिका लाल पर करीब से गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई थी.

हत्या का दोषी मनु शर्मा और जेसिका लाल (Photo Credits- Twitter)

Jessica Lal Murder Case in Delhi: जेसिका लाल (Jessica Lal) नई दिल्ली की मशहूर मॉडल थी. दिल्ली के टैमरिंड कोर्ट (Tamarind Court)  रेस्टोरेंट में 29 अप्रैल 1999 को जेसिका की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. जेसिका की हत्या की वजह थी जेसिका का शराब परोसने से मना करना. जेसिका का हत्यारा हरियाणा के कद्दावर कांग्रेसी नेता विनोद शर्मा का बेटा मनु शर्मा (Manu Sharma) है. राजनीति के कारण जेसिका लाल मर्डर केस में इंसाफ की राहें बेहद मुश्किल हो गई थी. 7 साल तक चले मुकदमे के बाद फरवरी 2006 में सभी आरोपी बरी हो गए.

29 अप्रैल 1999 की शाम को दक्षिण दिल्ली (Delhi) के कुतुब कॉलोनी (Qutub Colony) के टैमरिंड कोर्ट (Tamarind Court) रेस्टोरेंट में एक शानदार पार्टी चल रही थी. इस पार्टी को रेस्टोरेंट की मालकिन मशहूर सोशलाइट और ब्रिटिश पासपोर्ट होल्डर बीना रमानी (Bina Ramani) ने होस्ट किया था. इस पार्टी में बीना रमानी की बेटी मालिनी रमानी ने मॉडल जेसिका लाल और शायन मुंशी को बार टेंडर के काम के लिए बुलाया था.

पार्टी देर रात तक चलती रही. उस रात मनु शर्मा जेसिका लाल के पास आया था और जेसिका से ड्रिंक्स (शराब) देने को कहा, लेकिन तब तक पब का काउंटर बंद हो गया था तो जेसिका ने शराब देने से इनकार कर दिया. शराब देने से इनकार करने पर गुस्साए मनु शर्मा ने जेसिका लाल पर करीब से गोली चला दी, जिससे उसकी मौत हो गई थी. यह भी पढ़ें- जेसिका लाल मर्डर केस: अच्छे व्यवहार के चलते 14 साल बाद मनु शर्मा तिहाड़ जेल से रिहा.

जेसिका के परिवार के लिए बेहद मुश्किल थी इंसाफ की राह

हत्या का आरोपी एक बड़े नेता का बेटा था इसलिए जेसिका के परिवार के लिए इंसाफ की राह आसान नहीं थी. हत्यारा, सबूत और बड़ी संख्या में गवाह पार्टी में मौजूद थे, लेकिन सभी जेसिका के इंसाफ के आड़े आ गए. 7 साल तक चले केस के बाद फरवरी, 2006 में मनु शर्मा बरी हो गया. इसके साथ अन्य आरोपी भी बरी हो गए. लेकिन बाद में मीडिया और आम लोगों के बीच इस मुद्दे ने जोर पकड़ लिया और मामले की एक बार फिर सुनवाई शुरू हुई.

मनु शर्मा की रिहाई के बाद जेसिका के परिवार को मीडिया और पब्लिक का बड़ा सपोर्ट मिला और इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया. देश में लोग जेसिका के इंसाफ के लिए आवाज उठाने लगे. जिसके बाद कोर्ट में इस मामले की दोबारा से सुनवाई शुरू हुई. दिसंबर 2006 में दिल्ली हाई कोर्ट ने मनु शर्मा को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास (Life Imprisonment) की सजा सुनाई. मनु शर्मा ने बाद में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में भी अपील की लेकिन SC ने हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा.

मनु शर्मा हुआ जेल से रिहा

जेसिका लाल हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे को सजा समीक्षा बोर्ड  (Sentence Review Board recommendation) की सिफारिश के बाद दिल्ली (Delhi) के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Lieutenant Governor Anil Baijal) ने रिहाई की इजाजत दे दी है. मनु शर्मा को 14 साल की कैद के बाद अच्छे व्यवहार के आधार पर तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया है.

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