जम्मू-कश्मीर: घाटी में 13 साल बाद निकाय चुनाव, कई हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट बंद, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
आतंकी धमकियों के बीच घाटी में वोटिंग शुरू (Photo Credit-ANI)

श्रीनगर: आतंकी धमकियों और अलगाववादियों के बहिष्कार के बीच सोमवार को कड़ी सुरक्षा में जम्मू-कश्मीर निकाय चुनाव के पहले चरण की वोटिंग शुरू हो गई है. वोटिंग सुबह 7 बजे से शुरू हो गई है. यह मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा. वोटिंग को देखते हुए राज्य में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. पहले चरण में करीब एक दर्जन जिलों के 422 वार्डों में वोट डाले जा रहे हैं. वहीं अलगाववादियों के बंद की घोषणा को देखते हुए सुरक्षाबल विशेष सतर्कता बरत रहे हैं. वोटिंग के दिन ऐहतियातन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.

दक्षिण कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा को पूरी तरह बंद किया गया है. इसके अलावा जम्मू के कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवा की स्पीड को घटाकर 2G कर दिया गया है. चुनाव के लिए घाटी के साथ ही पूरे जम्मू संभाग में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.

पहले चरण में पूरी रियासत में 321 वार्डों के लिए चुनाव होने हैं. इनमें 1204 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. जम्मू संभाग में 1000, कश्मीर में 138 व लद्दाख में 66 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं, चुनाव से पहले ही आतंकियों ने मतदाताओं और उम्मीदवारों को चुनावों से दूर रहने की धमकी दी है. इसे देखते हुए राज्यभर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

सोमवार को जिन जिलों में वोटिंग हो रही है उनमें अनंतनाग (4 वार्ड), बडगाम (1 वार्ड), बांदीपोरा (16 वार्ड), बारामूला (15 वार्ड), जम्मू (153 वार्ड), कारगिल (13 वार्ड), कुपवाड़ा (18 वार्ड), लेह (13 वार्ड), पुंछ (26 वार्ड), राजौरी (59 वार्ड), श्रीनगर (3 वार्ड) शामिल हैं.

मतदान केंद्रों पर सुरक्षा चाकचौबंद

घाटी में निकाय चुनाव के आतंकी संगठनों ने उम्मीदवारों और प्रत्याशियों दोनों को धमकी दी है. जिसे देखते हुए सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. मतदान की प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा कराने के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं, साथ ही मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं.