आतंकी रियाज नायकू की नापाक मंशा, ऑडियो जारी कर दी धमकी- जेलकर्मियों पर कर सकता है हमला

रियाज नायकू ने अपने इस अपने ऑडियो में युवाओं को कहा है कि भारतीय सेना अगर उन्हें मुखबिरी करने के लिए कहती है तो वह बातचीत का उनके साथ का अपना वीडियो ऑनलाइन अपलोड करें

आतंकी रियाज नायकू ( फोटो क्रेडिट - twitter )

जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) आतंकियों में से एक हिज्बुल मुजाहिदीन (Hizb-ul Mujahideen ) के मोस्ट वांटेड आतंकी रियाज नायकू(Riyaz Naikoo) ने एक बार फिर अपनी नापाक मंशा जाहिर की है. आतंकी रियाज नायकू का यह ऑडियो टेप 10 मिनट का है. जिसमें वो जेल में काम करने वाले कर्मचारियों को निशाना बनाने की धमकी दी है. इस धमकी में कहा गया है कि अगर जेल में बंद कैदियों के साथ उन्होंने बुरा सलूक करना नहीं छोड़ते हैं तो उनके घर पहुंच कर उनसे निपटा जाएगा. नायकू ने इस ऑडियो टेप में कश्मीर के युवाओं से अपील की है कि वे सेना के बहकावे में न आएं.  

रियाज नायकू ने अपने इस अपने ऑडियो में युवाओं को कहा है कि भारतीय सेना अगर उन्हें मुखबिरी करने के लिए कहती है तो वह बातचीत का उनके साथ का अपना वीडियो ऑनलाइन अपलोड करें. घाटी में आतंक के सफाएं के लिए सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ रखा है. ऑपरेशन ऑल आउट के तहत सेना ने अब तक कई शीर्ष आतंकी कमांडरों को मौत के घाट उतारा है. हाल ही में सेना ने A++ कैटेगरी के आतंकी सरगना अलताफ काचरू को मार गिराया था. काचरू बुरहान वानी का गुरू था.

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कौन है रियाज नायकू?

बता दें कि भारतीय सेना के हिट लिस्ट में रियाज नायकू उर्फ मोहम्मद बिन कासिम काफी ऊपर है. इस लिस्ट में नायकू को A++ श्रेणी का आंतकी बताया गया है. रियाज नायकू बांदीपोरा का रहने वाला है और 2010 से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल हुआ. हिजबुल कमांडर सबजार बट की मौत के एक दिन बाद 29 साल के रियाज नायकू को नया कमांडर नियुक्त कर दिया गया था.

2018 में सेना बनी आतंकियों के लिए कहर

गौरतलब हो कि जम्मू-कश्मीर में साल 2018 में सुरक्षा बलों के हाथों 257 आतंकवादी मारे गए थे. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, यह संख्या बीते चार साल में सर्वाधिक है. साल 2017 में 213, 2016 में 150 और 2015 में 108 आतंकवादी मारे गए थे. आतंकरोधी अभियानों में 31 अगस्त तक कुल 142 आतंकवादी मारे गए. बाकी बाद के चार महीनों में मौत के घाट उतारे गए. अगस्त के महीने में 25 आतंकवादी ढेर हुए. यह संख्या साल 2018 के किसी महीने में सर्वाधिक है. साल 2018 में 105 आतंकवादी गिरफ्तार हुए और 11 ने आत्मसमर्पण किया. 2017 में 97, 2016 में 79 और 2015 में 67 आतंकी गिरफ्तार हुए थे.

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