गांधीनगर: गुजरात में इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव (India Ideas Conclave) चल रहा है. जहां राजनीतिक और दूसरे अन्य क्षेत्र से जुड़े लोग अपनी बात रख रहे हैं. शनिवार को जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान (Farooq Khan) लोगों के सामने अपनी बात रख रहे थे. जहां पर उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य है कि हमारे सभी कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों जिन्हें बंदूक की धमकी से कश्मीर छोड़ना पड़ा. अब वे चाहते हैं कि वे पूरे सम्मान के साथ और बिना किसी भी भय के कश्मीर वापस लौंट आएं.
फारूक खान से पहले लद्दाख से बीजेपी सांसद जाम्यांग शेरिंग नामग्याल कश्मीर के मुद्दे को लेकर ही अपनी बात लोगों के सामने रखी थी. जिसमें उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटने और लद्दाख के नए केंद्र शासित राज्य बनने के बाद 6 हजार करोड़ रुपये से इसका विकास करने की बात चल रही है. ऐसे में अब, हमारे सामने यह दिखाना चुनौती है कि लद्दाख के लोग कितने ईमानदार हैं. यह भी पढ़े: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हौसले पस्त, आतंकी वारदातो में आई 60 फीसदी की कमी- सेना सतर्क
इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव, गुजरात में जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान: हमारा पहला लक्ष्य है कि हमारे सभी कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों जिन्हें बंदूक की धमकी से कश्मीर छोड़ना पड़ा उन्हें पूरे सम्मान के साथ वापस आएं और वे बिना किसी खतरा या भय के कश्मीर में आनंद लें। pic.twitter.com/QxY1pQkpWu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 29, 2020
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने से पहले कश्मीर में रहने वाले लोगों में खासकर कश्मीरी पंडित भाइयों और बहनों जिन्हें बंदूक की धमकी से कश्मीर छोड़ना पड़ा था. जिन्हें सम्मान के साथ अब वापस आने की बात कही जा रही है. ज्ञात हो कि पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म कर दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख बना.