जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे छठे दिन भी बंद: यात्रियों ने प्रदर्शन के दौरान लगाए भारत विरोधी नारे, हिंसक झड़प में 6 जख्मी

जम्मू-श्रीनगर में शीतलहर का प्रकोप जारी है. हालांकि सोमवार को घाटी में न्यूनतम तापमान में थोड़ा सुधार हुआ है. वहीं बारिश और बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे लगातार छठे दिन भी बंद है जिसके कारण सैकड़ों लोग जगह-जगह फंसे है.

जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे छठे दिन भी बंद (Photo Credits: Twitter)

श्रीनगर: जम्मू-श्रीनगर (Jammu and Kashmir) में शीतलहर का प्रकोप जारी है. हालांकि सोमवार को घाटी में न्यूनतम तापमान में थोड़ा सुधार हुआ है. वहीं बारिश और बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे (National Highway) लगातार छठे दिन भी बंद है जिसके कारण सैकड़ों लोग जगह-जगह फंसे है. अधिकारियों के मुताबिक सैकड़ों वाहन भी नेशनल हाईवे पर जहां तहां अटके है. इस बीच फंसे हुये यात्रियों ने प्रदर्शन किया है. साथ ही हिंसक झड़प की भी खबर है.

जानकारी के मुताबिक नेशनल हाईवे बंद होने से कई दिनों से फंसे यात्रियों ने आज कनाल रोड में मुफ्ती हाउस के पास प्रदर्शन किया है. इस दौरान कुछ लोगों ने पाकिस्तान समर्थक नारे भी लगाए. जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुई जिसमें करीब 6 लोग घायल हो गए. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. फिलहाल इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है. पूरे क्षेत्र मे पुलिस बल तैनात कर दिये गए हैं.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कनाल रोड के पास ही श्रीनगर जाने के लिए पंजिकरण हो रहा था. इस दौरान यात्री भडक़ गए और प्रदर्शन करने लगे. लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान पास में ही साइंस कालेज के छात्रों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें होने लगी. इसमें चार छात्र और दो यात्री जख्मी हो गए.

नेशनल हाईवे बंद होने से कश्मीर घाटी में जरूरी वस्तुओं का संकट पैदा हो गया है. यातायात विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "रामसू-रामबन सेक्टर में भूस्खलन के मलबे को हटाने का काम चल ही रहा था कि फिर रविवार को मरोग में राजमार्ग पर भारी भूस्खलन हो गया." उन्होंने कहा, "मलबा हटाए जाने तक इस मार्ग पर यातायात की अनुमति नहीं होगी."

पिछले छह दिनों से लगभग 300 किलोमीटर लंबी सड़क पर 3,000 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं. घाटी के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले कई वाहन फंसे हुए हैं जिसकेकारणघाटी में संकट की स्थिति पैदा हो गई है. आपूर्ति की स्थिति में सुधार होने तक प्रशासन ने पेट्रोलियम की बिक्री एक सीमित मात्रा में करने का आदेश दिया है.

छह फरवरी को राजमार्ग के बंद होने के बाद घाटी और अन्य इलाकों के बीच विमान किराए की कीमतें आसमान छू रही हैं. राजमार्ग पर फंसे हुए घाटी जाने वाले कई लोगों के सामने पैसों का संकट भी पैदा हो रहा है. कई लोगों ने विशेष विमान सेवा की मांग की है ताकि वे घाटी तक पहुंच सकें.

उधर, मौसम विभाग ने बुधवार से शुक्रवार के बीच बारिश और बर्फबारी के एक और दौर का पूर्वानुमान जताया है. मौसम विभाग के मुताबिक 13 से 15 फरवरी के बीच बारिश और बर्फबारी के एक और दौर की उम्मीद हैं. लेकिन इसकी तीव्रता पिछले दौर से कम रहने की संभावना है.

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