श्रीनगर, 3 नवंबर : श्रीनगर में रविवार दोपहर आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के एक वाहन पर ग्रेनेड फेंका, लेकिन निशाना चूक गया और ग्रेनेड सड़क पर फट गया. इस हमले में करीब 12 से अधिक पैदल यात्री और दुकानदार घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर में टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर (टीआरसी) क्रॉसिंग के पास सीआरपीएफ के मोबाइल बंकर वाहन पर ग्रेनेड फेंका.
एक अधिकारी ने बताया, 'ग्रेनेड का निशाना चूक गया और वह सड़क पर फट गया, इससे 12 से अधिक नागरिक घायल हो गए. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और तलाशी के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. वरिष्ठ पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.' बता दें कि जिस जगह ग्रेनेड फटा, वहां 'संडे मार्केट' (गर्म कपड़े, कंबल, जैकेट, बर्तन, क्रॉकरी, जूते आदि बेचने वाले फेरीवाले) के कारण खरीदारी करने वालों की भीड़ लगी रहती है. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की निंदा की है. यह भी पढ़ें : नमस्ते ऑस्ट्रेलिया! विदेश मंत्री जयशंकर दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में पहुंचे ब्रिस्बेन
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, 'पिछले कुछ दिनों में घाटी हमलों और मुठभेड़ों की सुर्खियों में हैं. श्रीनगर के 'संडे मार्केट' में निर्दोष दुकानदारों पर ग्रेनेड हमले की खबर बेहद परेशान करने वाली है. निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता. सुरक्षा तंत्र को जल्द से जल्द हमलों की इस लहर को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए, ताकि लोग बिना किसी डर के अपना जीवन जी सकें.'
बता दें कि ग्रेनेड हमले के एक दिन पहले श्रीनगर के खानयार इलाके में भीषण गोलीबारी में पाकिस्तानी 'लश्कर-ए-तैयबा' के टॉप कमांडर उस्मान भाई उर्फ छोटा वलीद की मौत हो गई थी और चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. पिछले महीने, आतंकवादियों ने गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक श्रमिक शिविर पर हमला करके छह बाहरी श्रमिकों और एक स्थानीय डॉक्टर की हत्या कर दी थी.
25 अक्टूबर को, आतंकवादियों ने बारामूला जिले के गुलमर्ग स्की रिसोर्ट के बोटा पाथरी इलाके में सेना के तीन जवानों और दो नागरिक कुलियों की हत्या कर दी थी. 1 नवंबर को आतंकवादियों ने बडगाम जिले के मागम इलाके के मजहामा गांव में दो गैर स्थानीय लोगों पर गोलीबारी की थी.
लगातार हो रहे आतंकी हमले को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि ये हमले उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली राजनीतिक सरकार को अस्थिर करने के लिए किए जा रहे हैं. उन्होंने इन हमलों के लिए कौन सी एजेंसी जिम्मेदार है, इसका पता लगाने के लिए स्वतंत्र जांच की मांग की है.