Jammu and Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने बारामूला में मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया

जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया है. पुलिस ने बताया कि बारामूला जिले के पट्टन तहसील के चक टप्पर क्रीरी इलाके में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए.

Jammu and Kashmir (img: tw)

श्रीनगर, 14 सितंबर : जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया है. पुलिस ने बताया कि बारामूला जिले के पट्टन तहसील के चक टप्पर क्रीरी इलाके में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए. पुलिस ने बताया, "बारामूला जिले के चक टप्पर क्रीरी इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच शुक्रवार देर शाम मुठभेड़ शुरू हुई थी." उन्होंने कहा, "बीती रात खराब रोशनी के कारण अभियान स्थगित कर दिया गया था. आज सुबह अभियान फिर शुरू किया गया और मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों का ढेर कर दिया गया है."

अधिकारियों ने बताया, "इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है. मारे गए आतंकवादियों की सही पहचान और उनके संगठन का पता लगाया जा रहा है." इस बीच, जम्मू डिवीजन के किश्तवाड़ जिले के चटरू गांव में आतंकवाद विरोधी अभियान अभी भी जारी है, जहां शुक्रवार को आतंकवादियों के एक समूह के साथ मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए थे. यह भी पढ़ें : CM Yogi Video: ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं, वो साक्षात विश्वनाथ जी हैं, सीएम योगी ने सुनाई अनोखी कथा

बता दें कि चिनाब घाटी क्षेत्र के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों में फैली आठ विधानसभा सीटों के साथ-साथ दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों की 16 सीटों पर पहले चरण में 18 सितंबर को मतदान होगा. जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण में मतदान होगा. जम्मू डिवीजन के पहाड़ी जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर में पिछले दो महीनों से अधिक समय से सेना, सुरक्षाबलों और नागरिकों पर आतंकवादी हमले हुए हैं. आतंकवादी घात लगाकर अचानक हमला करते हैं और फिर पहाड़ी क्षेत्रों के जंगलों में गायब हो जाते हैं.

इन हमलों के लिए विदेशी आतंकवादियों के एक समूह को जिम्मेदार बताया जा रहा है. यह आतंकी 40 से 50 की संख्या में हैं. यह रिपोर्ट आने के बाद सेना ने उन जिलों के घने जंगलों वाले इलाकों में 4,000 से अधिक प्रशिक्षित सैनिकों को तैनात किया है, जिनमें विशिष्ट पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित सैनिक शामिल थे.

Share Now

\