जम्मू, 22 दिसंबर : जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के डीजीपी दिलबाग सिंह (Dilbag Singh) ने बुधवार को दक्षिण कश्मीर के त्राल और पुलवामा के दौरे के दौरान जम्मू-कश्मीर के युवाओं को भड़काने और उन्हें ड्रग्स की बेड़ियों में फंसाने के लिए सीमा पार से तत्वों के लगातार प्रयासों के बारे में आगाह किया. डीजीपी ने त्राल में एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की, जिसमें उन्हें क्षेत्र में समग्र सुरक्षा परि²श्य के बारे में जानकारी दी गई.
डीजीपी ने कहा कि पुलिस अपनी ओर से लोगों की काउंसलिंग कर रही है और बड़ी संख्या में गुमराह युवाओं की मुख्यधारा में वापसी संभव हुई है. उन्होंने कहा कि विभिन्न मीडिया के माध्यम से सीमा पार के तत्व युवाओं को भड़काने और उन्हें विनाश के रास्ते पर घसीटने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों को देखें और निगरानी करें. यह भी पढ़ें : Maharashtra-Karnataka Border Dispute: कर्नाटक के CM बोले- महाराष्ट्र के विपक्ष के नेता मानसिक संतुलन खो चुके हैं
सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ड्रग्स के खतरे और शांति विरोधी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि उन्होंने मिशन को पूरा करने के लिए लोगों से सहयोग मांगा. घुसपैठ के संबंध में डीजीपी ने कहा कि सीमा सुरक्षा ग्रिड बहुत मजबूत है और घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं. घुसपैठ के कई प्रयास किए गए, जिनमें से अधिकांश को सीमाओं पर निष्प्रभावी कर दिया गया. कुछ घुसपैठिए पार करने में कामयाब रहे, जिनमें से अधिकांश को भीतरी इलाकों में समाप्त कर दिया गया और बाकी का पता लगाने के लिए तलाश जारी है.
उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम को देखते हुए सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि निशाना बनाकर हत्या कश्मीर के अनुकरणीय भाईचारे और सद्भाव को नुकसान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान द्वारा रची गई एक बड़ी साजिश है. सिंह ने कहा कि बंदूकों की आपूर्ति के बाद पाकिस्तान अब जम्मू-कश्मीर में युवा पीढ़ी को नुकसान पहुंचाने के लिए ड्रग्स की आपूर्ति कर रहा है.