Jahangirpuri Violence: 'अंसार ने जुलूस रोकने के लिए बुलाई थी बैठक'

जहांगीरपुरी हिंसा मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के सूत्रों ने कहा कि हिंसा मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार शेख द्वारा पूर्व नियोजित थी. सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के जुलूस से सात दिन पहले अंसार ने हमले को अंजाम देने के लिए एक बैठक का आयोजन किया था.

जहांगीरपुरी हिंसा (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली, 22 अप्रैल : जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के सूत्रों ने कहा कि हिंसा मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार शेख द्वारा पूर्व नियोजित थी. सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के जुलूस से सात दिन पहले अंसार ने हमले को अंजाम देने के लिए एक बैठक का आयोजन किया था. जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अंसार ने जहांगीरपुरी के कुशल चौक पर 30 लोगों के साथ बैठक की जिसमें योजना बनाई गई कि वे जुलूस को कैसे रोकेंगे.

सूत्र ने कहा, "आरोपी ने कई घरों की छत पर लाल रंग के पत्थर जमा किए थे. यह सब पूर्व नियोजित था. बाद में आरोपी ने पूरी छत को धोया. यह सबूतों को नष्ट करने के लिए किया गया था." सूत्र ने बताया कि अंसार की ओर से बुलाई गई बैठक में करीब 30 लोग शामिल हुए. सूत्रों ने बताया कि बैठक में कुछ किशोर भी शामिल थे. सूत्रों ने यह भी बताया कि आरोपी रिकॉडिर्ंग से बचने के लिए व्हाट्सएप कॉल पर बात कर रहे थे. पुलिस अब आरोपी की पहचान करने की कोशिश कर रही है. यह भी पढ़ें : Mumbai: मालाबार हिल्स इलाके के बाणगंगा तालाब में मिली हजारों मृत मछलियां, ऑक्सीजन न मिलने के कारण हुई मौत

जुलूस की गाड़ी खींच रहे सुरेश ने कहा कि अंसार विरोध का नेतृत्व कर रहा था और भीड़ को उनके खिलाफ भड़का भी रहा था. उन्होंने कहा कि अंसार ने उन्हें धक्का दिया और जुलूस को रोकने के लिए कहा. क्राइम ब्रांच ने 10,000 नंबरों के डंप डेटा को भी स्कैन किया है जो हमले के समय क्षेत्र में सक्रिय थे. उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हिंसक झड़पें हुईं. दिल्ली पुलिस ने अब तक इस मामले में 22 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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