International Day Of Women & Girls In Science 2024: कब है अंतर्राष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस? जानें इसका इतिहास, महत्व, उद्देश्य एवं महिला वैज्ञानिकों की स्थिति!
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के मुताबिक लगभग 30 प्रतिशत छात्राओं ने गत वर्ष उच्च शिक्षा के लिए STEM से संबंधित क्षेत्रों का चयन किया. यही नहीं महिला छात्राओं की संख्या प्राकृतिक विज्ञान आईसीटी गणित एवं सांख्यिकी तथा निर्माण इंजीनियरिंग एवं मैन्युफैक्चरिंग में भी अपेक्षाकृत कम है.
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के मुताबिक लगभग 30 प्रतिशत छात्राओं ने गत वर्ष उच्च शिक्षा के लिए STEM से संबंधित क्षेत्रों का चयन किया. यही नहीं महिला छात्राओं की संख्या प्राकृतिक विज्ञान आईसीटी गणित एवं सांख्यिकी तथा निर्माण इंजीनियरिंग एवं मैन्युफैक्चरिंग में भी अपेक्षाकृत कम है. इस लैंगिंक असमानता को दूर करने के लिए ही 11 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष सारी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस का 9वीं सालगिरह मनाई जाएगी. आइये जानते हैं इस दिवस विशेष से संबंधित कुछ रोचक और आवश्यक जानकारियां.
अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस का इतिहास
साल 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस के रूप में घोषणा किया था. इस दिवस विशेष को लागू करने में यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र महिला का भी पूर्ण समर्थन था. यूनेस्को की वैश्विक प्राथमिकता लैंगिक समानता है, फिर वह चाहे कोई भी क्षेत्र हो. यूनेस्को युवकों के समानांतर युवतियों को भी उनकी शिक्षा में समान सहायता प्रदान करता है. यूएजीए का लक्ष्य महिलाओं और लड़कियों के लिए विज्ञान में पूर्ण और समान पहुंच और भागीदारी हासिल करना है. इसका लक्ष्य लैंगिक समानता हासिल करने के साथ-साथ विज्ञान को बढ़ावा देना है. यह भी पढ़ें : Magha Gupta Navratri 2024 Messages: हैप्पी माघ गुप्त नवरात्रि! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Wishes, Facebook Greetings, Quote और Photo SMS
अंतरराष्ट्रीय महिला विज्ञान दिवस का महत्व
विज्ञान और प्रौद्योगिकी में महिलाओं एवं लड़कियों की महत्वपूर्ण भूमिका का मार्ग प्रशस्त करने हेतु महिलाओं एवं लड़कियों हेतु अंतर्राष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से लोगों को महिला वैज्ञानिकों के बारे में पता चलता है. इस दिवस विशेष के तहत स्कूली छात्राओं को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जाने की प्रेरणा मिलती है. इस कारण माता-पिता भी विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका के बारे में जागरूक होते हैं, और अपनी बेटियों को वैज्ञानिक बनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कारण ही लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलता है. लड़कियों को शिक्षा के बेहतर अवसर और समान अधिकार प्राप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस अहम भूमिका निभाता है.
क्यों मनाना जरूरी है अंतर्राष्ट्रीय महिला विज्ञान दिवस?
अंतर्राष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था. इसका उद्देश्य हर उन महिलाओं एवं लड़कियों को विज्ञान के क्षेत्र में उपयुक्त शिक्षा दिलाना और आवश्यकता पड़ने पर उच्च शिक्षा के लिए साधन और सुविधा उपलब्ध कराना है, ताकि विज्ञान में दिलचस्पी लेने वाली लड़कियों को महिला वैज्ञानिकों के बारे में जानने और खुद भी उस दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राप्त कर सकें.
विश्व में महिला वैज्ञानिकों की स्थिति!
* संयुक्त राज्य अमेरिका के वैज्ञानिक शीर्ष महिला वैज्ञानिकों की रैंकिंग में शीर्ष पर हैं. अमेरिका में साल 2023 में करीब 609 महिला विद्वानों को स्थान दिया गया है. अन्य देश यूके (96 वैज्ञानिक), जर्मनी (37 वैज्ञानिक) हैं.
* हर 10 महिला वैज्ञानिकों में से 7 संयुक्त राज्य अमेरिका से हैं.
* हार्वर्ड विश्वविद्यालय 2023 की शीर्ष महिला वैज्ञानिकों की रैंकिंग में अग्रणी है, उस संस्थान से 40 प्रमुख महिला विद्वान संबद्ध हैं.
* विश्व की सर्वश्रेष्ठ महिला वैज्ञानिक हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की प्रोफेसर जोएन ई. मैनसन हैं, जो महामारी विज्ञान, एंडोक्रिनोलॉजी और महिलाओं के स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपने अग्रणी शोध के लिए जानी जाती हैं.
* दुनिया भर में विज्ञान अनुसंधान में कार्यरत लगभग 33 प्रतिशत महिलाएं हैं. एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि अपने पुरुष साथियों की तुलना में महिलाओं को किसी पेटेंट या लेख पर नाम दिये जाने की संभावना कम होती है और उनके योगदान को अनदेखा कर दिया जाता है.