Ladki Bahin Yojana Update: महाराष्ट्र में लाडकी योजना की आज जारी हो सकती हैं 11 वीं क़िस्त के पैसे, ऐसे करें बैलेंस चेक
महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए एक और खुशखबरी सामने आई है. योजना की 11वीं किस्त के पैसे आज से जारी होने की संभावना है. इस योजना के अंतर्गत राज्य की करीब ढाई करोड़ महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं.
Ladki Bahin Yojana Update: महाराष्ट्र सरकार की महत्वाकांक्षी लाडकी बहिन योजना के तहत महिलाओं के लिए खुशखबरी है. योजना की 11वीं किस्त के पैसे आज से जारी होने की संभावना है. इस योजना के अंतर्गत राज्य की करीब ढाई करोड़ महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं.
अब तक मिल चुके हैं ₹15,000
इससे पहले, 10वीं किस्त के ₹1500 रुपये पिछले साल 25 अप्रैल 2024 को जारी किए गए थे. इस योजना के तहत अब तक लाभार्थी महिलाओं को कुल ₹15,000 की राशि मिल चुकी है. यह भी पढ़े: Ladki Bahin Yojana 11th Installment Date: महाराष्ट्र में क्या मई महीने की लाड़ली बहना योजना की किस्त हुई जारी? जानें ताजा अपडेट
दो किस्तों में जारी होंगे पैसे
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, किस्त की राशि दो चरणों में वितरित की जाएगी:
- पहली किस्त: 25 मई 2025 तक
- दूसरी किस्त: 30 मई 2025 से शुरू
अजित पवार ने संबंधित फाइलों पर हस्ताक्षर किए
राज्य के वित्त मंत्रालय और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संबंधित फाइलों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिससे फंड जारी करने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है.
किन महिलाओं को मिलेगा लाभ?
इस योजना का लाभ 21 से 65 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं को दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है.
स्वरोजगार के लिए ₹40,000 का लोन भी मिलेगा
उपमुख्यमंत्री पवार ने नांदेड़ में एक कार्यक्रम के दौरान यह भी घोषणा की कि सरकार इस योजना के तहत ₹40,000 तक का बैंक लोन उपलब्ध कराने की योजना बना रही है, जिससे महिलाएं अपना स्वरोजगार शुरू कर सकें.
बैलेंस चेक करने का तरीका
लाभार्थी महिलाएं अपने खाते में पैसे आने की स्थिति बैंक पासबुक, एटीएम, मोबाइल बैंकिंग ऐप, या जन्म आधार लिंक्ड यूपीआई ऐप से चेक कर सकती हैं.इसके अलावा योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट https://ladkibahiniyojana.com पर जारी की जाएगी.
लाडकी बहन योजना का उद्देश्य
लाडकी बहिन योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई है. सरकार का लक्ष्य है कि महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हों और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें.