Ladki Bahin Yojana February 2025 Instalment Date: महाराष्ट्र में लाडली बहनों के लिए खुशखबरी! 15 फरवरी को खाते में आ सकते हैं 8वीं किस्त के पैसे, चेक करें लेटेस्ट अपडेट
Mukhyamantri Ladki Bahin Yojana

Ladki Bahin Yojana February 2025 Instalment Date:  महाराष्ट्र में लाडली बहनों के लिए खुशखबरी हैं. जनवरी महीने की 7 वीं क़िस्त के पैसे आने के बाद 8वीं क़िस्त केपैसे जल्द ही  उनके खाते में 1500 रुपए आने वाले हैं. एक रिपोर्ट्स के मुताबिक  लाड़की बहन योजना की लाभार्थियों के खाते में 15 फरवरी तक 8वीं किस्त के पैसे आने की संभावना है. हालांकि इस बार पिछले दो क़िस्त से पहले पैसे आने के संभावना हैं. इससे पहले दिसंबर और जनवरी महीने की क़िस्त 23 तारीख के बाद खाते में पैसे आये थे.

 21 से 65 वर्ष तक की महिलाओं को मिलता है लाभ

लाडली बहन योजना के तहत 21 से 65 वर्ष तक की महिलाओं को इस योजना का लाभ  मिलता है. जिसके तहत पात्र महिलों के खाते मे हर महीने 1500 रुपये की सहायता दी जाती है. महायुति सरकार ने घोषणा की है कि मार्च महीने में बजट पेश होने के बाद इस राशि को बढ़ाकर 2100 रुपये कर दिया जाएगा. यह भी पढ़े: Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र में लाडली बहन योजना के लिए आवेदन करने वाली लाखों महिलाओं के फार्म अभी भी पेंडिंग, चेक होने का इंतजार

5 लाख पात्र महिलाएं योजना से बाहर

महाराष्ट्र सरकार की प्रमुख योजना ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ की लाभार्थियों की संख्या घटकर पिछले महीने 2.41 करोड़ रह गई, क्योंकि विभिन्न कारणों से पांच लाख महिलाएं अपात्र पाई गई हैं. दिसंबर 2024 में लाभार्थियों की संख्या 2.46 करोड़ थी. महिला एवं बाल विकास विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.

लिस्ट से बाहर की गई महिलाओं से सरकार नहीं लेगी पैसे वापस

महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा है कि पिछले वर्ष जुलाई से दिसंबर के बीच इन महिलाओं के खातों में कुल मिलाकर 450 करोड़ रुपये अंतरित किए गए, लेकिन यह राशि वापस नहीं ली गई है और राज्य सरकार का ऐसा करने का कोई इरादा भी नहीं है.

इस योजना का जुलाई महीने में शुरुआत हुई

महाराष्ट्र में गरीब और पिछड़े वर्ग की महिलाओं की आर्थिक हालत में सुधार के लिए महायुती सरकार ने पिछले साल जुलाई में ‘लाडकी बहिन योजना’ शुरू की गई थी. माना जाता है कि इस योजना ने नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों में ‘महायुति’ की जीत में बड़ी भूमिका निभाई. जिसके चतले भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सत्तारूढ़ गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 230 सीट जीतीं.