How Microwave Works? बिना आग के खाना कैसे गर्म कर देता है माइक्रोवेव? जानिए इसके पीछे का विज्ञान

हम सबने माइक्रोवेव का इस्तेमाल किया है. ठंडा खाना अंदर रखो, बटन दबाओ और मिनटों में गरमागरम बाहर! पर क्या आपने कभी सोचा है कि एक बंद डिब्बे में बिना आग या हीटर के यह जादू होता कैसे है? न तो इसमें कोई आग जलती है और न ही कोई चीज़ गर्म होती है, फिर भी खाना पक जाता है.

इसका जवाब विज्ञान में छिपा है. दरअसल, माइक्रोवेव एक खास तरह की अदृश्य तरंगें (Invisible Waves) छोड़ता है जो सीधे खाने में मौजूद पानी के कणों को तेजी से हिलाती (Vibrate) हैं. इसी कंपन और घर्षण (Friction) की वजह से गर्मी पैदा होती है और आपका खाना मिनटों में, अंदर से बाहर तक गर्म हो जाता है.

आइए, इस पूरी प्रक्रिया को समझते हैं.

माइक्रोवेव का दिल: मैग्नेट्रॉन (Magnetron)

हर माइक्रोवेव ओवन के अंदर एक छोटा सा "जादुई बॉक्स" होता है, जिसे मैग्नेट्रॉन कहते हैं. यही वह मुख्य पुर्जा है जो बिजली को माइक्रोवेव तरंगों में बदलता है.

इसे आप एक सीटी की तरह समझ सकते हैं. जैसे आप एक सीटी में हवा फूंकते हैं तो एक खास तरह की आवाज़ निकलती है, ठीक उसी तरह मैग्नेट्रॉन बिजली का इस्तेमाल करके खास फ्रीक्वेंसी वाली तरंगें पैदा करता है. ये तरंगें असल में रेडियो तरंगों (Radio Waves) की तरह ही होती हैं, लेकिन इनकी लम्बाई छोटी होती है.

कैसे काम करती हैं ये तरंगें?

जैसे ही आप माइक्रोवेव ऑन करते हैं, मैग्नेट्रॉन ये तरंगें पैदा करके ओवन के अंदर भेजना शुरू कर देता है. इसके बाद कुछ ऐसा होता है:

  1. तरंगों का जाल: ओवन के अंदर की दीवारें धातु (Metal) की बनी होती हैं. ये दीवारें शीशे की तरह काम करती हैं और इन तरंगों को सोखने की बजाय वापस अंदर की ओर फेंकती हैं. इससे ओवन के अंदर तरंगों का एक घना जाल बन जाता है जो हर कोने तक पहुँचता है.
  2. पानी के कणों से डांस: ज़्यादातर खाने की चीज़ों में पानी, फैट (चर्बी) और चीनी होती है. माइक्रोवेव तरंगों की सबसे खास बात यह है कि ये सीधे इन्हीं कणों को अपना निशाना बनाती हैं. जब ये तरंगें पानी के कणों से टकराती हैं, तो उन्हें बहुत तेज़ी से (एक सेकंड में करोड़ों बार) घुमाने और कंपाने लगती हैं. इसे आप एक तरह का "मॉलिक्यूलर डांस" कह सकते हैं.
  3. गर्मी का एहसास: जब लाखों-करोड़ों कण एक साथ इतनी तेज़ी से हिलते और एक-दूसरे से रगड़ खाते हैं, तो घर्षण (Friction) से गर्मी पैदा होती है. यही गर्मी आपके खाने को पकाती है.

क्यों घूमती है अंदर की प्लेट?

आपने ध्यान दिया होगा कि माइक्रोवेव के अंदर एक कांच की प्लेट घूमती रहती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ओवन के अंदर तरंगों का जाल कहीं पर ज़्यादा घना होता है और कहीं पर कम. इन जगहों को "हॉट स्पॉट" और "कोल्ड स्पॉट" कहते हैं. अगर खाना एक ही जगह पर रखा रहे, तो वह कहीं से जल जाएगा और कहीं से कच्चा रह जाएगा. घूमने वाली प्लेट यह सुनिश्चित करती है कि खाना हर तरफ से इन तरंगों के संपर्क में आए और एक जैसा बराबर गर्म हो.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

1. खाने का बर्तन गर्म क्यों नहीं होता? माइक्रोवेव-सेफ कांच या प्लास्टिक के बर्तन इसलिए गर्म नहीं होते क्योंकि उनमें पानी के कण नहीं होते. माइक्रोवेव तरंगें इनके आर-पार निकल जाती हैं और इन्हें प्रभावित नहीं करतीं. बर्तन सिर्फ खाने की गर्मी से थोड़ा गर्म होता है, अपनी वजह से नहीं.

2. माइक्रोवेव में मेटल (धातु) क्यों नहीं रखना चाहिए? इसके दो कारण हैं:

  • रिफ्लेक्शन: धातु की सतह इन तरंगों को शीशे की तरह वापस फेंक देती है. इससे खाना गर्म नहीं होगा और तरंगें अंदर टकराकर मशीन के मैग्नेट्रॉन को खराब कर सकती हैं.
  • चिंगारी (Sparks): अगर धातु की कोई नुकीली चीज़ (जैसे कांटा या एल्युमिनियम फॉयल) अंदर रखी जाती है, तो तरंगें उसके किनारों पर इकट्ठा हो जाती हैं. इससे बिजली की चिंगारियां पैदा हो सकती हैं, जिससे आग लगने का खतरा रहता है.

तो अगली बार जब आप माइक्रोवेव में अपना खाना गर्म करें, तो याद रखें कि यह कोई जादू नहीं, बल्कि विज्ञान का एक खूबसूरत सिद्धांत है, जहाँ अदृश्य तरंगें आपके खाने के कणों को डांस कराकर उसे गरमागरम बना देती हैं.