मिस्र: ईसाई समुदाय पर घातक हमला, मुठभेड़ में पुलिस ने 19 संदिग्ध जिहादियों को मार गिराया
मिस्र के गृह मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में काप्टिक इसाई समुदाय के लोगों पर घातक हमला करने वालों में शामिल 19 जिहादी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं. गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि पुलिस के साथ मुठभेड़ में जो लोग मारे गए हैं. वह मिन्या प्रांत में शुक्रवार को हुए हमले में शामिल प्रकोष्ठ का हिस्सा थे.
काहिरा: मिस्र के गृह मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में काप्टिक इसाई समुदाय के लोगों पर घातक हमला करने वालों में शामिल 19 जिहादी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं. गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि पुलिस के साथ मुठभेड़ में जो लोग मारे गए हैं. वह मिन्या प्रांत में शुक्रवार को हुए हमले में शामिल प्रकोष्ठ का हिस्सा थे. इस हमले में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. बयान में कहा गया है कि आतंकी तत्वों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसका जवानों ने भी सफलता पूर्वक जवाब दिया और इसी दौरान ये लोग मारे गए.
मंत्रालय ने कहा कि 19 संदिग्ध जिहादियों को देश में आतंकवादी तत्वों की तलाश के हिस्से के रूप में पाया गया, जो देश विरोधी अभियान चला रहे थे. इसमें वो पिछला हमला भी शामिल है जो संत सैमुअल ईसाई मठ से लौट रहे नागरिकों को निशाना बना कर शुक्रवार को किया गया था.
शुक्रवार को हुए हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली है. इस हमले में सात लोगों की मौत हो गयी थी. मारे गए लोगों में छह कॉप्ट ईसाई और एक एंग्लिकन थे. आईएस ने यह जिम्मेदारी प्रचार एजेंसी अमाक के माध्यम से ली थी. यह भी पढ़ें: रावलपिंडी: तालिबान के गॉड फादर समीउल हक की चाकू घोंपकर हत्या, अज्ञात हमलावरों ने उतारा मौत के घाट
गृह मंत्रालय ने बताया कि पर्वतीय और मरूस्थलीय मिन्या प्रांत में भगोड़े आतंकवादी तत्वों का पता लगाने के लिए छापेमारी की गयी. मिस्र के विभिन्न टीवी चैनलों ने इस संबंध में खबरें और तस्वीरें प्रसारित की हैं जिसमें सशस्त्र लोगों के शवों को मरूस्थल के बालू में पड़े देखा जा सकता है.
टीवी चैनल पर आईएस के झंडे लगे तंबू की तस्वीर भी प्रसारित की जा रही है. इसके बारे में कहा जा रहा है कि इसका इस्तेमाल कथित रूप से संदिग्ध जिहादी प्रकोष्ठ ने किया था. पोप फ्रांसिस ने रविवार को ईसाइयों के मारे जाने पर दुख जताया और मरने वालों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.