भारत ने रविवार को कहा कि उसने अब तक दक्षिण पूर्व एशियाई देश कंबोडिया में अपने 250 नागरिकों को साइबर अपराधियों के चंगुल से बचाया है और उनमें से 75 को पिछले तीन महीनों में वापस लाया गया है.
नौकरियों के वादे पर कई भारतीयों को कंबोडिया में फुसलाया गया. उन्हें कथित तौर पर उनकी इच्छा के विरुद्ध रखा जा रहा था और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करके भारतीयों के खिलाफ साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया जा रहा था.
MEA Issues Advisory For Indian Nationals Travelling To Cambodia For Employment
Indian nationals are lured by fake promises of lucrative job opportunities in Cambodia, are falling into the trap of human traffickers, says the advisory pic.twitter.com/wiRlBQl08a
— DD News (@DDNewslive) April 5, 2024
विदेश मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है उन भारतीयों के लिए जो कंबोडिया में नौकरी के लिए जाना चाहते हैं. दरअसल, कुछ भारतीय भारी-भरकम तनख्वाह का झांसा देकर फंस जाते हैं और फिर मानव तस्करी के जाल में फंस जाते हैं. इन भारतीयों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर किया जाता है.
विदेश मंत्रालय ने सलाह दी है कि जो भारतीय नौकरी के लिए कंबोडिया जाना चाहते हैं, उन्हें सिर्फ अधिकृत एजेंटों के जरिए ही वहां जाने की कोशिश करनी चाहिए. साथ ही, कंबोडिया में जिस कंपनी में आप नौकरी करने जा रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी भी जुटा लें.
भारतीय विदेश मंत्रालय कंबोडिया में स्थित अपने दूतावास के माध्यम से कंबोडियाई अधिकारियों के साथ मिलकर इस समस्या को सुलझाने और फंसे हुए भारतीयों की मदद करने का प्रयास कर रहा है.
क्या है ये जाल?
शिकारियों द्वारा भारतीयों को डाटा एंट्री या ऐसी ही दूसरी आसान नौकरियों का लालच दिया जाता है. मगर, कंबोडिया पहुंचने पर उन्हें धमकाकर ऑनलाइन ठगी करने के लिए मजबूर किया जाता है. इन ठगियों में फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाना और लोगों को ठगने की साजिशें रचना जैसी चीजें शामिल हैं. अगर ये लोग लक्ष्य पूरा नहीं करते तो उन्हें खाना-पीना जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी जातीं.
कितने भारतीय फंसे हैं?
खबरों के मुताबिक, करीब 5,000 भारतीय इस जाल में फंसे हुए हैं. इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब ओडिशा के राउरकेला पुलिस ने दिसंबर 2023 में एक साइबर अपराध गिरोह का पर्दाफाश किया. इस गिरोह के 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जो कथित तौर पर भारतीयों को कंबोडिया भेजने का काम करते थे.
क्या सिर्फ कंबोडिया में ही है ये जाल?
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस तरह के फर्जी नौकरी के झांसे विदेश जाने के लिए कई देशों में देखे गए हैं. इनमें पूर्वी यूरोप के देश, खाड़ी देश, मध्य एशियाई देश, इजरायल, कनाडा, म्यांमार और लाओस जैसे देश शामिल हैं.
भारतीयों को क्या करना चाहिए?
विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि विदेश में नौकरी के लिए जाने से पहले पूरी जांच-पड़ताल कर लें. सिर्फ अधिकृत एजेंटों के जरिए ही विदेश जाने की कोशिश करें और जिस कंपनी में आप नौकरी करने जा रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी जुटाएं.