जयपुर, 6 जुलाई: कांग्रेस गुरुवार को सचिन पायलट को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती है पार्टी नेताओं ने कहा है कि राजस्थान में चुनावी तैयारियों को लेकर दिल्ली में पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर से वर्चुअली बैठक में शामिल हो रहे हैं सूत्रों ने कहा कि इस बैठक के बाद पायलट को कोई अहम पद दिया जा सकता है यह तय होने वाला है कि अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सचिन पायलट को कांग्रेस से क्या मिलने वाला है. यह भी पढ़े: CM Ashok Gehlot V/S Sachin Pilot: गहलोत-पायलट के झगड़े पर राजे ने कहा, 'गद्दी के लिए लड़ाई, एक-दूसरे पर चलाए जा रहे तीर'
पेपर लीक के आरोपियों के लिए आजीवन कारावास का विधेयक लाने की सीएम गहलोत की हालिया घोषणा को पायलट की मांग को स्वीकार करने के रूप में भी देखा जा रहा है पायलट ने पेपर लीक मामलों में सख्त कार्रवाई की मांग की थी सरकार के खिलाफ बगावत को हथियार बनाने वाले पायलट क्या राज्य की राजनीति में सक्रिय होंगे या फिर कांग्रेस में राष्ट्रीय नेता बनेंगे, यह लाख टके का सवाल है.
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी नेतृत्व के हौंसले बुलंद हैं ऐसे में माना जा रहा है कि नेतृत्व पायलट पर बिना किसी दबाव के फैसला ले सकता है इन सवालों पर चर्चा हो रही है कि कांग्रेस में पायलट की भूमिका क्या होगी? क्या वो मुख्यमंत्री बनेंगे... क्या वो उपमुख्यमंत्री बनेंगे या फिर उन्हें कोई और जिम्मेदारी दी जाएगी.
राजस्थान की राजनीति में मुख्य रूप से चार जातियों का दबदबा है और फिर इन्हीं जातियों का समीकरण राज्य में हर पांच साल में होने वाले चुनावों को हार-जीत में बदल देता है राज्य में 9 प्रतिशत आबादी वाले जाट सबसे मजबूत हैं, इसके बाद मीना हैं जो 7 प्रतिशत हैं, राजपूत 6 प्रतिशत हैं और गुज्जर 5 प्रतिशत.