नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की बीजेपी की कथित कोशिश से संबंधित खबरों के बीच, कांग्रेस (Congress) ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक में गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है और एक 'स्थिर गठबंधन' को अस्थिर करने का बीजेपी का प्रयास सफल नहीं होगा. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने यहां एक प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी (H.D. Kumaraswamy) से बात की है और उन्होंने आश्वस्त किया है कि सत्तारूढ़ गठबंधन को कोई खतरा नहीं है.
उन्होंने कहा, "बीजेपी का प्रयास सफल नहीं होगा. हमारी सरकार मजबूत है और यह चलती रहेगी. गठबंधन को कोई खतरा नहीं है." इससे पहले दिन में, कुमारस्वामी ने भी कहा था कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. बीजेपी पर विधायकों और लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए, खड़गे ने कहा कि पार्टी यह कहकर विधायकों के पास जा रही है कि 'हमने पहले से ही आपके 11 विधायकों को अपने साथ मिला लिया है और आप हमारे साथ जुड़ेंगे तो हमारे 12 विधायक हो जाएंगे.'
उन्होंने कहा, "ऐसा कुछ नहीं है. बीजेपी अफवाह फैलाकर विधायकों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है." खड़गे ने कहा कि बीजेपी जोड़-तोड़ कर सरकार बनाने का प्रयास कर रही है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को गुरुग्राम में उस रिसॉर्ट के बाहर प्रदर्शन किया, जहां बीजेपी के 90 विधायकों को ठहराया गया है. सत्तारूढ़ जद(एस)-कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी पिछले कुछ दिनों से एक-दूसरे पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही हैं.
इससे पहले मंगलवार को हावेरी जिले के रानेबन्नुर विधानसभा क्षेत्र के कर्नाटक प्रगनावंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) के विधायक आर. शंकर और कोलार जिले के मुलबागल विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक एच. नागेश ने गठबंधन से अपना समर्थन वापस ले लिया था. इस राजनीतिक उठापटक पर प्रतिक्रिया देते हुए जद (एस) प्रमुख एच.डी. देवेगौड़ा ने कहा कि गठबंधन सरकार लगातार 'स्थिर' बनी हुई है.
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एक नामित सदस्य को मिलाकर राज्य की कुल 225 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 80 विधायक, जद (एस) के पास 37 विधायक, बीजेपी के पास 104 विधायक हैं. निर्दलीय विधायक नागेश और केपीजेपी विधायक शंकर ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. जबकि बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक ने गठबंधन सरकार को अपना समर्थन बरकरार रखा है.