Bihar Bhumi Survey: बिहार के 45 हजार गांवों में जमीन का सर्वेक्षण जारी! इस ऐप से आपके इलाके में भूमि सर्वे का मिलेगा नया अपडेट
बिहार में भूमि सर्वे का कार्य अब तेजी से चल रहा है. इस सर्वेक्षण के तहत बिहार के लगभग 45,000 राजस्व गांवों में जमीन की स्थिति की जांच की जा रही है.
पटना, बिहार: बिहार में भूमि सर्वेक्षण का महत्वपूर्ण कार्य अब तेजी से चल रहा है. इस सर्वेक्षण के तहत बिहार के लगभग 45,000 राजस्व गांवों में भूमि की स्थिति की जांच की जा रही है. इसके लिए राजस्व और भूमि सुधार विभाग ने एक विशेष ऐप, "बिहार सर्वे ट्रैकर" (Bihar Survey Tracker), विकसित किया है, जो कि अब गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप के माध्यम से नागरिक अब अपने घर बैठे ही भूमि से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
बिहार सर्वे ट्रैकर ऐप के प्रमुख फीचर्स
- लैंड डिटेल्स: इस ऐप के जरिए नागरिक अपने जिले, जोन और ग्राम पंचायत की जानकारी डालकर अपने भूमि के पूरा विवरण प्राप्त कर सकते हैं. इसमें मोजा, खेतसा, खाता और प्लॉट नंबर, साथ ही भूमि का क्षेत्रफल शामिल है.
- सर्वे की स्थिति: ऐप पर भूमि सर्वे की स्थिति की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है, जिससे आप जान सकते हैं कि आपका सर्वे किस चरण में है.
- संपर्क जानकारी: ऐप में संबंधित पंचायत के अमीन और कनूनगो के फोन नंबर भी उपलब्ध हैं, जिनसे सीधी बात करके आप अपने सर्वे से संबंधित समस्याओं का समाधान भी प्राप्त कर सकते हैं.
बिहार भूमि सर्वे के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
- वरासत के दस्तावेज: जिनके भूमि दस्तावेज दादा या परदादा के नाम पर हैं जो अब जीवित नहीं हैं, उन मामलों में सभी वारिसों के नाम सर्वेक्षण में शामिल किए जाएंगे. इसके लिए ग्राम पंचायत द्वारा पारित वंशावली (Genealogy) को प्रस्तुत करना होगा, जिसमें सभी वारिसों के हस्ताक्षर होना चाहिए.
- भूमि का विभाजन: यदि कोई भूमि विभाजित नहीं है, तो सर्वेक्षण में वर्तमान भूमि मालिकों के नाम शामिल किए जाएंगे. इसके लिए संबंधित व्यक्ति को अपनी भूमि के स्वामित्व का प्रमाण दिखाना होगा, जैसे कि भूमि रेंट खाता, रसीद, म्यूटेशन या अन्य सरकारी दस्तावेज.
बिहार भूमि सर्वे के लाभ
- पारदर्शिता: इस सर्वेक्षण के बाद भूमि से संबंधित जानकारी अधिक पारदर्शी हो जाएगी, जिससे भूमि विवादों में कमी आएगी.
- सहज विकास: भूमि के सही रिकॉर्ड उपलब्ध होने के कारण विकास कार्यों को आसानी से अंजाम दिया जा सकेगा.
बिहार में चल रहे भूमि सर्वेक्षण से न केवल भूमि विवादों को समाप्त किया जा सकेगा, बल्कि विकास कार्यों में भी तेजी आएगी. बिहार सर्वे ट्रैकर ऐप इस प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. अब नागरिक अपने स्मार्टफोन के माध्यम से भूमि से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और किसी भी समस्या का त्वरित समाधान पा सकते हैं.