August wholesale price index Inflation: आर्थिक सलाहकार के कार्यालय द्वारा जारी अनंतिम आंकड़ों के अनुसार, भारत की थोक मूल्य सूचकांक (WPI) मुद्रास्फीति दर अगस्त 2023 में (-) 0.52% थी. यह जुलाई 2023 में मुद्रास्फीति की दर (-1.36%) से कम है. इस तरह देखा जाए तो ये माइनस में बनी हुई है पर महीने दर महीने आधार पर इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है.
थोक महंगाई दर के अगस्त के आंकड़ों से साफ है कि महंगाई दर लगातार 5 महीनों से निगेटिव जोन में है, भले ही इसमें हर महीने इजाफा देखा जा रहा है पर ये शून्य से नीचे बनी हुई है.
जुलाई में थोक महंगाई दर में सालाना आधार पर 1.36 फीसदी की गिरावट देखी गई थी. इससे पिछले महीने यानी जून 2023 में थोक महंगाई दर में 4.12 फीसदी की गिरावट देखी गई थी. अगस्त में WPI मुद्रास्फीति में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेल, बुनियादी धातुओं, रासायनिक और रासायनिक उत्पादों, कपड़ा और खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण थी.
#Breaking | #August #WPI #inflation at -0.52% vs -1.36% in July
WPI Inflation in negative territory for 5th straight month pic.twitter.com/k4RYyv5QEW
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) September 14, 2023
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि WPI मुद्रास्फीति थोक स्तर पर मुद्रास्फीति का एक माप है, और जरूरी नहीं कि यह उस मुद्रास्फीति को प्रतिबिंबित करे जिसका उपभोक्ताओं को खुदरा स्तर पर सामना करना पड़ता है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा मापी गई भारत में खुदरा मुद्रास्फीति कई महीनों से डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति से अधिक रही है. अगस्त 2023 में सीपीआई मुद्रास्फीति 7.44% थी.
कुल मिलाकर, अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति में गिरावट एक सकारात्मक विकास है. हालांकि, मुद्रास्फीति की उम्मीदों को नियंत्रण में रखने के लिए आरबीआई अपने मौद्रिक नीति रुख में सतर्क रहने की संभावना है.